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रुपांशु चौधरी/हजारीबाग. हमारी पृथ्वी में कई अनसुलझे रहस्य है. जिन्हे विज्ञान भी समझने का प्रयास कर रहा है. ऐसा ही रहस्यमयी जगह है हजारीबाग का छेदीया तालाब. यहां की मान्यता यह है कि इस तालाब में नहाने से कई प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते है. यह तालाब हजारीबाग पुराने बस स्टैंड से बड़कागांव जाने वाले मार्ग में मिशन अस्पताल के बगल में स्थित है. स्थानीय लोगो का कहना है कि इस तालाब का निर्माण लगभग 250 पहले हुआ था. इस तालाब परिसर में बाबा कमल साह और बाबा आसन साह का मजार बना हुआ है.
स्थानीय राजेश बताते है कि इस तालाब की मिट्टी में रहस्य है.अगर कोई दाग, खाज, खुजली यदि से इलाज करवा के परेशान हो चुका है. तो उसे यहां एक बार अवश्य आ कर नहाना चाहिए.राजेश जी आगे बताते है कि यहां नहाने कि की भी अलग विधि है. नहाने से पूर्व इस तालाब की मिट्टी को पूरे बदन में लगाना होता है फिर 15 मिनट बाद जाकर नहाना पड़ता है. यही कारण है कि इस तालाब को खुजली तालाब भी कहते है.
तालाब का निर्माण 250 साल पहले हुआ था
तालाब में नहाने आए खिरगांव निवासी मो असलम कहते है कि पिछले साल उन्हें खुजली की समस्या हुई थी.इलाज के दूर दूर डॉक्टर के पास भी गए लेकिन ठीक नही हुआ.फिर इस तालाब में नहाने के लिए आए उसके पश्चात् उनकी खुजली ठीक हो गई.आगे असलम कहते है कि वो महीने में तीन दिन नहाने के लिए यहां जरूर आते है.ताकि आगे कोई चर्म रोग न हो.असलम आगे बताते है इस तालाब रोजाना सैकड़ों लोग नहाते है और ये प्रक्रिया सालों से चली आ रही है.लोग यहां दूर दूर से नहाने के लिए आते है.
इस तालाब पर जाने के लिए आप गूगल मैप का सहारा ले सकते है.लिंक नीचे दिया गया है.
https://g.co/kgs/QiwYoQ
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FIRST PUBLISHED : July 17, 2023, 15:54 IST
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