पाकुड़। जिला पंचायत स्थापना समिति की बैठक उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में पंचायत सचिवों और प्रमुख के आदेशपालों को एमएसीपी (Modified Assured Career Progression) योजना का लाभ प्रदान किया गया। बैठक में कुल 20 पंचायत सचिवों को एमएसीपी का लाभ देने का निर्णय लिया गया, जिसमें विभिन्न स्तरों पर प्रगति की स्वीकृति दी गई।
एमएसीपी के विभिन्न स्तरों का विवरण
उपायुक्त ने बैठक के दौरान पंचायत सचिवों को एमएसीपी के विभिन्न स्तरों के तहत लाभ प्रदान करने की स्वीकृति दी। इनमें से:
- 12 पंचायत सचिवों को प्रथम एमएसीपी प्रदान किया गया।
- 2 पंचायत सचिवों को तृतीय एमएसीपी का लाभ दिया गया।
- 4 पंचायत सचिवों को एक साथ प्रथम एवं द्वितीय एमएसीपी का लाभ प्रदान किया गया।
- 2 पंचायत सचिवों को द्वितीय एवं तृतीय एमएसीपी का लाभ दिया गया।
इन प्रावधानों के तहत संबंधित पंचायत सचिवों के करियर में महत्वपूर्ण प्रगति सुनिश्चित की गई है। यह कदम कर्मचारियों के कार्य संतोष और प्रोत्साहन को बढ़ाने की दिशा में उठाया गया है।
कर्मचारियों की संतुष्टि को प्राथमिकता
बैठक में उपायुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि कर्मचारियों की संतुष्टि और करियर प्रगति को प्राथमिकता दी जाए। एमएसीपी योजना के तहत कर्मचारियों को समय पर उनका अधिकार देना प्रशासन की प्रमुख जिम्मेदारी है। इस योजना का उद्देश्य कर्मचारियों के लंबे समय तक एक ही पद पर बने रहने की स्थिति में उन्हें आर्थिक और पदोन्नति का लाभ प्रदान करना है।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में कर्मचारियों की मांगों और उनकी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। एमएसीपी योजना के तहत लाभ प्रदान करने का निर्णय प्रशासन के सकारात्मक दृष्टिकोण और कर्मचारियों की बेहतरी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रशासन की प्रतिबद्धता
इस बैठक का आयोजन जिला प्रशासन की ओर से कर्मचारियों के अधिकारों और प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता को प्रकट करता है। एमएसीपी योजना के तहत किए गए प्रावधान न केवल कर्मचारियों के करियर में सुधार लाएंगे, बल्कि उनकी कार्यक्षमता और प्रेरणा को भी बढ़ावा देंगे।
यह बैठक पंचायत सचिवों और कर्मचारियों के हित में प्रशासन द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। इससे जिले में कर्मचारियों के कार्य संतोष और उत्साह में निश्चित रूप से वृद्धि होगी।