700 से अधिक श्रद्धालुओं को कराया गया नारायण प्रसाद का वितरण
पाकुड़: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सत्य साईं सेवा समिति, मोहनपुर द्वारा विशेष भजन, सत्संग और महानारायण सेवा का आयोजन किया गया। इस आध्यात्मिक आयोजन में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भाग लिया और भगवान शिव की आराधना में लीन हो गए।
भजन और सत्संग से गूंजा मोहनपुर
समिति द्वारा आयोजित स्पेशल भजन और सत्संग कार्यक्रम में श्रद्धालु भक्तिभाव में डूबे नजर आए। पूरे आयोजन स्थल को भव्य रूप से सजाया गया था, जिससे माहौल पूर्ण रूप से आध्यात्मिक हो गया। भजन संध्या में गायकों ने शिव भक्ति से जुड़े सुंदर भजन प्रस्तुत किए, जिससे पूरे क्षेत्र में भक्ति का संचार हुआ।
श्रद्धालुओं ने भगवान शिव और सत्य साईं बाबा की आराधना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। सत्संग के दौरान वक्ताओं ने सत्य साईं बाबा के शिक्षाओं, शिव भक्ति और मानव सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला।
महानारायण सेवा में हुआ विशाल भंडारा
महाशिवरात्रि के इस शुभ अवसर पर समिति द्वारा नारायण सेवा का भी आयोजन किया गया, जिसमें 700 से अधिक श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। श्रद्धालुओं ने भक्तिपूर्ण वातावरण में महाप्रसाद ग्रहण कर स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस किया।
भंडारे में शामिल होने वाले लोगों ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में सेवा, भक्ति और आपसी प्रेम की भावना प्रबल होती है।
समारोह में जुटे कई श्रद्धालु और गणमान्य व्यक्ति
इस धार्मिक आयोजन में सत्य साईं सेवा समिति के सदस्य और कई श्रद्धालु शामिल हुए। प्रमुख रूप से रवि ठाकुर, सुभाष भगत, उत्तम भगत, मोहन भगत, सी.के. भगत, देवेन महतो, मनू कुमार और जिला अध्यक्ष डॉ. देवकांत ठाकुर समेत सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
सभी ने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना सहयोग दिया और भक्ति भाव से महाशिवरात्रि का पर्व मनाया।
भक्ति और सेवा का संगम बना यह आयोजन
यह आयोजन सिर्फ भक्ति तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसमें सेवा का संदेश भी दिया गया। सत्य साईं सेवा समिति का यह प्रयास सामाजिक सेवा और आध्यात्मिकता का अनूठा उदाहरण बना।
श्रद्धालुओं ने समिति के इस आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की और इसे हर साल आयोजित करने की अपील की। समिति ने भी यह संकल्प लिया कि भविष्य में ऐसे आध्यात्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन और बड़े स्तर पर किया जाएगा।
महाशिवरात्रि पर भक्तिमय हुआ पूरा क्षेत्र
इस धार्मिक आयोजन से मोहनपुर क्षेत्र पूरी तरह शिवमय हो गया। हर ओर भगवान शिव के जयकारे गूंज रहे थे और श्रद्धालु भक्ति के रंग में डूबे नजर आ रहे थे।
सत्य साईं सेवा समिति का यह आयोजन सच्ची भक्ति, सेवा और श्रद्धा का अद्भुत संगम बना, जिससे श्रद्धालुओं को न सिर्फ आध्यात्मिक शांति मिली बल्कि उन्हें समाजसेवा का भी एक महत्वपूर्ण संदेश प्राप्त हुआ।