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गौरव सिंह/भोजपुर. बिहार का भोजपुर जिला राजस्व रैंकिंग में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुआ है. पूरे राज्य में अंतिम पायदान पर भोजपुर को जगह मिली. राजस्व विभाग के द्वारा मई माह की घोषित की रैंकिंग में जिला लुढ़कते हुए राज्य में सबसे नीचे 38वें स्थान पर पहुंच गया. सबसे ज्यादा हास्यास्पद स्थिति तो तब हुई जब शाहाबाद के काफी छोटे-छोटे जिले भी भोजपुर से बहुत आगे निकल जाते हैं. भोजपुर को 100 अंक में 55 नंबर मिला है.
100 में महज 55 अंक मिला भोजपुर को
मालूम हो कि राज्य सरकार के राजस्व विभाग द्वारा एडीएम के निर्धारित नौ विभिन्न कार्यों की के लिए 100 अंक तय किए गए हैं. इसमें कार्य के अनुसार नंबर दिए जाते हैं. जारी की गई रैंकिंग के अनुसार भोजपुर जिले को दाखिल खारिज करने के 30 अंक में महज 8.65 अंक, परिमार्जन के पांच निर्धारित पांच अंक में 2.91 अंक, जल निकाय प्रबंधन जांच के पांच में से 3.21 अंक और अतिक्रमण जांच के लिए निर्धारित पांच अंक में से चार अंक मिले हैं.
एडीएम को सीओ कार्यालय की जांच में सबसे अच्छा पांच में पांच अंक मिले हैं. इसके अलावा लगान वसूली में 15 अंक में 11.41 अंक समेत कुल 100 अंकों में 55.48 अंक जिले को प्राप्त हुआ है. जिले में सबसे दयनीय स्थिति सीडब्ल्यूजेसी मामलों के निपटारे की है. इस कार्य के लिए निर्धारित 10 अंक में जीरो अंक प्राप्त कर आरा राजस्व विभाग ने एक नया रिकार्ड अपने नाम कर लिया है.
पिछली बार 24वें स्थान पर था भोजपुर
मालूम हो कि जिले का रिकॉर्ड अब तक सबसे अच्छा फरवरी में 24 वा स्थान था. इसके बाद फिर लगातार उतार-चढ़ाव होता रहा. जिला कभी भी हाल के माह में टाप टेन में अपना स्थान बनाने में विफल साबित हो रहा है. भोजपुर जिले में राजस्व विभाग के कार्यों का आंकलन इसी से किया जा सकता है कि यहां पर दाखिल खारिज और परिमार्जन के लगभग 30,000 से ज्यादा मामले पेंडिंग हैं.
रोजाना हजारों आवेदक एडीएम कार्यालय, डीसीएलआर कार्यालय, सीओ कार्यालय और राजस्व कर्मियों के कार्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं. तमाम विभागीय आदेश निर्देश के बाद भी जिले के राजस्व कार्यों में तेजी पदाधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण नहीं आ पा रही है.
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Tags: Bhojpur news, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : July 17, 2023, 21:10 IST
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