
पाकुड़। रविवार शाम से सोमवार तक आसमान में घने बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी के कारण जिले में ठंड का प्रभाव अचानक बढ़ गया। यह पाकुड़ जिले में इस वर्ष की पहली ठंड का एहसास है। मौसम के इस बदलाव से पारा तेजी से गिरकर 20 डिग्री से 14 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सोमवार सुबह हल्की कुहासा और बारिश ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया।
मौसम विभाग की चेतावनी: ठंड और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दो-तीन दिनों तक तापमान और गिरने की संभावना है। इसके साथ ही, कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने की भी उम्मीद है। कुहासा और मौसम में अचानक आए इस बदलाव के कारण सुबह-सुबह गाड़ियों के आवागमन में लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
ठंड से बढ़ी बाजार की रौनक
ठंड का प्रभाव बढ़ते ही गर्म कपड़ों की खरीदारी में तेजी देखी गई। बाजारों में ऊनी कपड़े, स्वेटर, जैकेट, और हीटर जैसी वस्तुओं की मांग बढ़ गई है। लोग खुद को और अपने परिवार को ठंड से बचाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक हीटर और गीजर भी खरीदते नजर आए।
सोमवार का तापमान और मौसम का प्रभाव
सोमवार को पाकुड़ का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि इस ठंड से बचाव के लिए सावधानी बरतनी जरूरी है। ठंड का असर केवल इंसानों तक ही सीमित नहीं है; यह जानवरों और पौधों पर भी पड़ता है।
विशेषज्ञों की सलाह: ठंड से बचाव के उपाय
विशेषज्ञों ने लोगों को ठंड से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए:
- ऊनी वस्त्रों का भरपूर उपयोग करें।
- शरीर को गर्म रखने के लिए इनर वियर पहनें।
- हमेशा गुनगुना पानी पिएं और ठंडे पेय पदार्थों से बचें।
- ठंडे फलों और ठंडे पानी के सेवन से सर्दी-जुकाम और खांसी का खतरा हो सकता है, इसलिए इनसे परहेज करें।
- छोटे बच्चों को टोपी और मौजे पहनाएं ताकि उनका शरीर गर्म रहे।
- बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है, ताकि उन्हें ठंड से कोई परेशानी न हो।
- स्कूल जाने वाले बच्चों को फुल स्वेटर, टोपी और मौजे पहनाकर भेजें।
घरेलू जानवरों और अन्य उपायों पर भी ध्यान दें
विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि ठंड के प्रभाव से घरेलू जानवरों को बचाने के उपाय किए जाने चाहिए। जानवरों को ऐसी जगह रखें जहां वे ठंड से सुरक्षित रहें। घर के अंदर बोरसी (जलती हुई अंगीठी) का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे धुआं और जहरीली गैस का खतरा हो सकता है।
ठंड के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव
ठंड के बढ़ते प्रकोप से बच्चों और बुजुर्गों में सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसलिए उन्हें गर्म वातावरण में रखने की सलाह दी जा रही है। मौसम के इस बदलाव के साथ-साथ संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए साफ-सफाई का ध्यान रखना और पौष्टिक आहार का सेवन करना जरूरी है।
आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है। इसलिए लोग अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। गर्म कपड़ों और सुरक्षात्मक उपायों का सही तरीके से पालन करें ताकि ठंड से बचा जा सके।
पाकुड़ में ठंड का यह पहला दौर लोगों को सावधान रहने की ओर इशारा करता है। ठंड का मौसम जितना आनंददायक होता है, उतना ही स्वास्थ्य के लिए चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है। आवश्यक सावधानियां बरतकर और गर्म कपड़ों का उपयोग करके ठंड के प्रकोप से बचा जा सकता है। यह समय है जब हमें खुद का और अपने आसपास के लोगों का ध्यान रखना चाहिए ताकि ठंड का यह मौसम बिना किसी परेशानी के बीते।