झारखंड (Jharkhand)में चिकित्सकों के विभिन्न संगठन 13 मार्च को हड़ताल पर जाने वाले थे, लेकिन शनिवार को राज्य सरकार के साथ हुई बैठक के बाद चिकित्सकों के विभिन्न संगठनों ने 13 मार्च को अपनी प्रस्तावित हड़ताल वापस ले ली
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) झारखंड के सचिव डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि चिकित्सकों के संगठनों के प्रतिनिधियों ने शनिवार को दिन के दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) से मुलाकात की. साथ ही उनसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा भी की.
चिकित्सकों ने किया हड़ताल वापस लेने का फैसला
इन मुद्दों में चिकित्सकों की उनके कार्यस्थलों पर सुरक्षा के लिए ‘नैदानिक स्थापन अधिनियम’ में संशोधन शामिल है. सिंह ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्री के साथ हमारी ये बैठक सार्थक रही. हमने देखा कि सरकार हमारी मांगों को लेकर गंभीर है.’’ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने झारखंड मेडिकल सर्विस एसोसिएशन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की राज्य इकाई के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. ये संगठन ‘नैदानिक स्थापन अधिनियम’ में संशोधन के साथ कार्यस्थल पर अधिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार मुद्दों के रचनात्मक समाधान के लिए काम कर रही है. वहीं प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि चिकित्सकों के संगठनों की एक बैठक के दौरान, 13 मार्च को प्रस्तावित हड़ताल वापस लेने का फैसला किया गया.
पांच मार्च को प्रदेश में निकाला था कैंडल मार्च
बता दें कि बार- बार डॉक्टरों के ऊपर हो रहे हमलों के विरोध में चिकित्सकों ने प्रदेश में 1 मार्च को एक दिन के लिए सेवाओं का बहिष्कार कर दिया था. इतना ही नहीं डॉक्टरों की ओर से पांच मार्च को प्रदेश में कैंडल मार्च भी निकाला गया था.