पाकुड़। संविधान निर्माता और भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 69वीं पुण्यतिथि के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का आयोजन पाकुड़ नगर स्थित अंबेडकर चौक पर किया गया, जहां उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन और नेतृत्व
इस कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा जिला अध्यक्ष अमृत पांडेय ने किया। इस अवसर पर पार्टी के नगर अध्यक्ष सोहन मंडल, विवेकानंद तिवारी, सम्पा साहा, हिसाबी राय, धर्मेंद्र त्रिवेदी, रूपेश भगत, शर्मिला रजक, अनिकेत गोस्वामी, सुशील साहा, दीपक साहा, जीतु सिंह और संजीव साहा समेत कई कार्यकर्ता उपस्थित थे। सभी ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धा-सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया।
बाबा साहेब: सामाजिक समरसता के प्रतीक
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष अमृत पांडेय ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर न केवल भारतीय संविधान के शिल्पकार थे, बल्कि शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सामाजिक पुरोधा भी थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने समाज में फैली असमानताओं और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और अस्पृश्यता उन्मूलन के लिए अपनी पूरी ताकत लगाई।
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अस्पृश्यता और जातिवाद के खिलाफ आंदोलन
भाजपा नेता हिसाबी राय ने अपने संबोधन में कहा कि पूज्य बाबा साहेब भारतीय संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता के अमर प्रतीक भी थे। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने दलितों के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए अनेक संघर्ष किए। उन्होंने अस्पृश्यता और जातिवाद जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आंदोलन चलाया और समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के सिद्धांत को समाज में स्थापित किया।
समानता और स्वतंत्रता के लिए बाबा साहेब का योगदान
डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व जैसे मूल सिद्धांतों को शामिल किया। ये सिद्धांत आज भी भारतीय समाज की नींव हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने महिलाओं की स्थिति सुधारने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए।
महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन और उनके आदर्श हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनके संघर्ष और उनके द्वारा स्थापित सिद्धांत आज भी देश की सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
स्मरण और आदर्शों का पालन
बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण दिवस पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने समाज में उनके आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा स्थापित सिद्धांतों को बढ़ावा देकर ही एक समतामूलक समाज का निर्माण किया जा सकता है।
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि का यह आयोजन न केवल उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर था, बल्कि उनके विचारों और आदर्शों को पुनः स्मरण करने का भी एक महत्वपूर्ण क्षण था।