पाकुड़। झारखंड की राजनीति में एक बार फिर उबाल आया है। भाजपा युवा मोर्चा (भाजयुमो) के नेतृत्व में रांची के मोराबादी मैदान में 23 अगस्त 2024 को एक विशाल “युवा आक्रोश रैली” का आयोजन किया गया। इस रैली के माध्यम से हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ जवाब मांगने की मांग की गई। रैली के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
रैली के दौरान पुलिस द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं और युवाओं पर बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की गई। आरोप है कि हेमंत सरकार ने इस रैली को विफल करने के लिए तानाशाही तरीके अपनाए। भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं और युवाओं को कार्यक्रम में भाग लेने से रोकने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रयास किए गए। पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को रांची के मोराबादी मैदान तक पहुंचने से रोकने के लिए कई जगहों पर अवरोधक लगाए। इसके बावजूद, भाजपा कार्यकर्ताओं और युवाओं ने हेमंत सरकार के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा।
इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के विरोध में पूरे राज्य में पुलिस मुख्यालयों के समक्ष भाजपा ने विरोध प्रदर्शन किया। पाकुड़ जिले में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध में हिस्सा लिया। पाकुड़ नगर थाना के समक्ष भाजयुमो जिला अध्यक्ष दीपक साहा के नेतृत्व में हेमंत सरकार का पुतला दहन किया गया। इस प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष अमृत पांडेय सहित कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
अमृत पांडेय ने इस मौके पर कहा कि हेमंत सरकार ने युवा आक्रोश रैली को विफल करने के सभी कुत्सित प्रयास किए, लेकिन इसके बावजूद रैली सफल रही और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गई। उन्होंने हेमंत सरकार पर आरोप लगाया कि इस सरकार ने लोकतंत्र और संविधान की मर्यादा को तार-तार कर दिया है। भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं और युवाओं के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करते हुए, पुलिस प्रशासन का दुरुपयोग किया गया।
उन्होंने कहा रैली के दौरान पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े गए और लाठीचार्ज किया गया। कार्यकर्ताओं और युवाओं को बर्बरतापूर्ण तरीके से पीटा गया, जिससे कई लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पुलिस ने निहत्थे कार्यकर्ताओं और युवाओं पर जिस तरह से कार्रवाई की, वह शर्मनाक है। कार्यकर्ताओं को आतंकवादी की तरह ट्रीट किया गया, उन्हें कांटेदार तारों से घेरकर कैद करने का प्रयास किया गया। इससे कई कार्यकर्ता और युवा घायल हो गए।
जिला अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने रैली में भाग लेने आने वाले युवाओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए सड़कों और रेलवे स्टेशनों पर पुलिस का दुरुपयोग किया। इसके बावजूद, युवा आक्रोश रैली सफल रही और हेमंत सरकार की सच्चाई जनता के सामने आ गई।
नगर अध्यक्ष सोहन मंडल ने कहा कि हेमंत सरकार ने अंग्रेजों की तरह दमनकारी नीतियों का पालन करते हुए, भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किए। उन्होंने इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की तुलना जलियांवाला बाग कांड से की। उन्होंने कहा कि इस सरकार की नीतियां अलोकतांत्रिक और दमनकारी हैं, और इसे उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। उन्होंने दावा किया कि तीन महीने बाद झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी, जो “सबका साथ, सबका विश्वास और सबका विकास” के मंत्र के साथ काम करेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र त्रिवेदी, रूपेश भगत, रवि शंकर झा, बिक्रम कुमार मिश्रा, वरिष्ठ नेता विवेकानंद तिवारी, अनुग्राहित प्रसाद साहा, संजीव साह, संजीत मुखर्जी, मंडल पदाधिकारी सुशांत घोष, पिंका पटेल, युवा नेता जीतु सिंह, रतन भगत, दुलाल सिंह सहित कई अन्य कार्यकर्ता शामिल थे। सभी ने हेमंत सरकार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया और सरकार को जल्द से जल्द सत्ता से बेदखल करने की बात कही।
भाजपा ने यह भी दावा किया कि झारखंड की जनता अब इस सरकार के खिलाफ उठ खड़ी हो गई है और आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को भारी बहुमत से जिताने का संकल्प ले चुकी है। पार्टी ने यह भी कहा कि आगामी चुनावों में भाजपा सरकार प्रदेश में सभी वर्गों के समुचित विकास को सुनिश्चित करेगी।