पाकुड़। प्रदेश नेतृत्व के देश निर्दशानुसार राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत झारखंड प्रदेश में हेमंत सरकार द्वारा उत्पन्न संवैधानिक संकट, आकंठ भ्रष्टाचार, ध्वस्त विधि व्यवस्था के विरोध में भाजपा इकाई पाकुड़ का विरोध प्रदर्शन भाजपा जिला अध्यक्ष अमृत पाण्डेय के नेतृत्व में किया गया।
हेमंत सरकार के विरोध में आयोजित इस राज्यव्यापी प्रदर्शन में सैकड़ो की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर से पदयात्रा करते हुए विरोध प्रदर्शन सिद्धो कान्हो पार्क तक पहुंची। कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार विरोधी गगनभेदी नारे लगाए।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश मंत्री शर्मिला रजक, पूर्व विधायक मिस्त्री सोरेन, प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अनुग्राहित प्रसाद साह, भाजपा जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबूधन मुर्मु, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गा मरांडी, पूर्व जिलाध्यक्ष विवेकानंद तिवारी, पाकुड़िया प्रखंड प्रमुख कालीदास मुर्मू सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
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भाजपा कार्यकर्ताओं ने चार साल की असफल हेमंत सरकार के विरोध में जमकर बोले। तदोपरांत भाजपा का एक प्रतिनिधमंडल उप विकास आयुक्त पाकुड़ शाहिद अख्तर से भेंटवार्ता कर उन्हें महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौपने के उपरांत भाजपा ने जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय ने कहा कि हेमंत सरकार की चार वर्षों की नाकामियों, वादा खिलाफी ने आम जनता, युवा, महिला, किसान, दलित, आदिवासी तथा सभी वर्गों को आंदोलन के लिए मजबूर किया है।राज्य की जनता ना सिर्फ सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का संकट झेल रही है बल्कि भय और आतंक में भी जी रही है। आए दिन हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार चोरी-डकैती की घटनाएं अखबारों की सुर्खियां बनी हुई है। अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ा हुआ है कि वह जेल में भी हत्या करने में सफल हो रहे हैं। सरकार व्यापारियों को मांगने पर सुरक्षा उपलब्ध नहीं कर पा रही है। उनकी हत्या हो जा रही है। पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है।
पूर्व विधायक-सह-भाजपा प्रदेश मंत्री मिस्त्री सोरेन ने कहा कि सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार रिकॉर्ड बनाया है।खान, खनिज, बालू, पत्थर, जमीन की लूट के साथ अब आजाद भारत में सबसे बड़े कैश कांड का गवाह झारखंड बना है। सत्ताधारी गठबंधन के कारनामों ने झारखंड कलंकित और संसार किया है।
जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू ने ध्वस्त विधि व्यवस्था, आकंठ भ्रष्टाचार के कारनामों के बीच राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति बन गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार में संरक्षण और संवर्धन के गंभीर आरोप लगे रहे हैं। राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ ईडी की कार्रवाई में स्वयं मुख्यमंत्री घिरे हैं। राज्य में कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जेल में बंद है। ईडी पुख्ता सबूत के साथ भ्रष्टाचार में संलिप्त पदाधिकारियों, बिचौलियों, दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री इस पर कार्रवाई करने की जगह कुंडली मारकर बैठे हैं।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष हिसाबी राय ने कहा कि अब तो मुख्यमंत्री ने भी संवैधानिक मर्यादाओं की को भी ठेंगा दिखा दिया है। ईडी द्वारा छः बार उनसे पूछताछ के लिए समन भेजा जा चुका है। लेकिन वे पूछताछ से लगातार भाग रहे हैं। उनके द्वारा जांच एजेंसियों के खिलाफ रोज-रोज दिए बयानों ने संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार कर दिया है।
यदि राज्य के मुख्यमंत्री कानून का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन करने लग जाए तो आम जनता से कानून पालन करने की बात ये सरकार कैसे कर सकती है ?
भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश राज्य के इन सभी हालातों पर लगातार एक सजग प्रहरी की भांति अपनी भूमिका निर्वहन कर रही है। जनता की भावनाओं को पार्टी सड़क से सदन तक उजागर कर रही है। जन-समर्थन से हम सब लगातार व्यापक संघर्ष और आंदोलन कर रहे हैं। अब राज्य की परिस्थितियों इसका संवैधानिक समाधान चाह रही है।
प्रदर्शन में मंडल अध्यक्ष पंकज कुमार साह, अरुण चौधरी, मनोरंजन सरकार, सदानंद रजवाड़, कैलाश तरुण साह, विजय भगत, गौतम पाल प्रणव सिंह, तपन मंडल, सुमित्रा मरांडी, अश्वनी झा, योगेश टुडू, रतन भगत, मंगल हांसदा, दिलीप सिंह, धर्मेंद्र त्रिवेदी, सोहन मंडल, पिंका पटेल, रविशंकर झा, जीतू सिंह, अश्विन झा, जामू मरांडी, वापी साह, बहादुर मंडल, गोपी दूबे, सुशील साहा, विक्रम मिश्रा, मनोज साह, एलियन हांसदा, राजीव भंडारी सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।