भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता
भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय और प्रदेश मंत्री दुर्गा मरांडी ने भाजपा जिला कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अनुग्रहित प्रसाद साह और जिला महामंत्री रूपेश भगत भी मौजूद रहे। भाजपा नेताओं ने नई जीएसटी सुधार नीति को ऐतिहासिक और दूरगामी प्रभाव वाला कदम बताया।
मोदी के नेतृत्व में सबसे बड़ा आर्थिक सुधार
जिलाध्यक्ष अमृत पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज़ादी के बाद का सबसे बड़ा आर्थिक सुधार लागू हुआ है। उन्होंने बताया कि जीएसटी से उपभोक्ताओं को राहत, व्यापारियों को सरलता और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें सिर्फ वादे करती रहीं, लेकिन मोदी सरकार ने एक राष्ट्र-एक कर का सपना साकार किया। नई व्यवस्था से रोज़मर्रा की वस्तुएँ, कपड़े, जूते, दवाइयाँ, टू-व्हीलर, फ्रिज और टीवी तक सस्ते हुए हैं, जबकि जीवनरक्षक दवाओं पर टैक्स शून्य कर दिया गया है।
नवरात्रि से पहले मिलेगा बड़ा तोहफा
पाण्डेय ने कहा कि 22 सितंबर को, यानी नवरात्रि के पहले दिन, देशवासियों को यह बड़ा तोहफा मिलेगा। उन्होंने इसे आज़ादी के बाद का सबसे व्यापक सुधार करार दिया। उनका कहना था कि इस बदलाव से युवा, महिलाएँ, किसान, एमएसएमई क्षेत्र और उद्यमी सभी को लाभ मिलेगा।
कांग्रेस पर सीधा हमला
जिलाध्यक्ष ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके 10 साल के शासन में केवल भ्रष्टाचार हुआ, सुधार नहीं। उन्होंने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी ने एक राष्ट्र-एक कर की परिकल्पना की थी, लेकिन कांग्रेस सरकारें राज्यों को भरोसा नहीं दिला सकीं।
मोदी सरकार ने गारंटी दी कि अगर किसी राज्य के राजस्व में कमी आएगी तो उसे 5 वर्षों तक पूरी क्षतिपूर्ति मिलेगी। यही भरोसा इस सुधार की सफलता की कुंजी साबित हुआ।
व्यापारियों को मिली वास्तविक राहत
प्रदेश मंत्री दुर्गा मरांडी ने कहा कि पहले व्यापारियों और उद्योगपतियों को एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज ड्यूटी और सेस जैसी जटिलताओं से जूझना पड़ता था। टैक्स पर टैक्स लगने से उपभोक्ताओं पर भी बोझ बढ़ता था।
उन्होंने बताया कि सी-फॉर्म जैसी जटिलताओं से व्यापारी खासे परेशान रहते थे। अब जीएसटी के लागू होने से यह सारी परेशानियाँ खत्म हो गईं और व्यापार जगत को वास्तविक राहत मिली है।
स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रिया
पाकुड़ बाजार में किराना व्यवसाय से जुड़े राजेश भगत ने कहा,
“पहले हमें हर राज्य में अलग-अलग टैक्स भरना पड़ता था। कई दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे। जीएसटी से कागजी कामकाज और टैक्स का बोझ दोनों कम हुआ है। अब व्यवसाय करना पहले से आसान हो गया है।”
इसी तरह, कपड़ा व्यापारी का कहना है,
“नई दरों से कपड़े और जूते सस्ते हुए हैं। ग्राहक भी संतुष्ट हैं और हमें भी कारोबार में आसानी हो रही है। पहले ‘सी-फॉर्म’ जैसी जटिलताओं में फंसकर बहुत परेशानी होती थी।”
उपभोक्ताओं ने भी जताई खुशी
स्थानीय गृहिणी ने कहा,
“हम जैसे मध्यमवर्गीय परिवारों को सबसे ज्यादा राहत रोजमर्रा की चीज़ों में सस्ता होने से मिली है। पहले दवाइयाँ और मेडिकल उपकरण महंगे हो जाते थे, अब टैक्स हटने से खर्च कम हुआ है।”
छात्र पंकज कुमार ने बताया,
“टीवी और टू-व्हीलर जैसे सामान अब किफायती हो गए हैं। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे, यह सचमुच एक सकारात्मक बदलाव है।”
भाजपा नेताओं की प्रेस वार्ता और आम जनता की प्रतिक्रियाओं से यह साफ है कि जीएसटी को लोग देश की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक सुधार मान रहे हैं। व्यापारियों को सरल व्यवस्था और उपभोक्ताओं को राहत दोनों ही एक साथ मिल रही है।