पाकुड़। जिले के चार प्रखंडों- पाकुड़, महेशपुर, लिट्टीपाड़ा और पाकुड़िया में स्थित प्रखंड पंचायत संसाधन केंद्र एवं प्रखंड सभागार भवन में सबकी योजना सबका विकास अभियान 2024 के अंतर्गत ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल के लिए तीन दिवसीय प्रखंड स्तरीय गैर-आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को सतत विकास और विकेंद्रीकरण नियोजन में अधिक सशक्त और प्रभावी बनाना है। प्रशिक्षण का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
प्रशिक्षण सामग्री और परिचय पत्र वितरित
प्रशिक्षण सत्र के दौरान सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सामग्री और परिचय पत्र प्रदान किए गए। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सभी प्रतिभागी प्रशिक्षण के दौरान आवश्यक जानकारी और संसाधनों से सुसज्जित हों।
मुखिया मास्टर ट्रेनर्स द्वारा दिया गया प्रशिक्षण
ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल के लिए मुखिया मास्टर ट्रेनर और जिला-सह-प्रखंड संसाधन दल के सदस्यों ने प्रशिक्षण का संचालन किया। इसमें जॉन जंतु सोरेन, पूर्णेंदु सरकार, सरिता मरांडी, और सलोमी बेसरा जैसे अनुभवी मास्टर ट्रेनर शामिल रहे। पहले दिन प्रशिक्षणार्थियों को पंचायती राज व्यवस्था, विकेंद्रीकरण नियोजन, और ग्राम पंचायत विकास योजना की रूपरेखा के बारे में जानकारी दी गई।
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प्रोजेक्टर के माध्यम से दी गई विस्तृत जानकारी
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स ने प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रतिभागियों को सतत विकास लक्ष्य, ग्राम पंचायत विकास योजना के उद्देश्य, और सामाजिक व संसाधन मानचित्रण पर जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, वंचित परिवारों की पहचान, जैसे एकल महिलाएं, वृद्ध, दिव्यांग आदि, के महत्व पर भी चर्चा की गई। यह जानकारी पंचायत स्तर पर योजना निर्माण और उनके प्रभावी क्रियान्वयन में मददगार साबित होगी।
ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल में शामिल सदस्य
ग्राम पंचायत सहजकर्ता दल में कुल छह सदस्य शामिल किए गए हैं, जिनमें पंचायत सचिव/रोजगार सेवक, जल सहिया, एक वीपीआरपी फैसिलिटेटर, पंचायत स्थायी समिति के सदस्य (दो वार्ड सदस्य), फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, और पंचायत सहायक शामिल हैं। ये सभी सदस्य पंचायत के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए योजना निर्माण पर चर्चा
प्रशिक्षण सत्र में वित्तीय वर्ष 2025-2026 के लिए ग्राम पंचायतों में सभी विभागीय योजनाओं के चयन और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। प्रशिक्षकों ने योजनाओं के चयन से संबंधित सभी आधारभूत बिंदुओं और दिशा-निर्देशों को विस्तार से समझाया। यह सुनिश्चित किया गया कि पंचायत स्तर पर विकास योजनाएं पारदर्शी और जनहितकारी हों।
समग्र विकास के लिए सहयोगपूर्ण प्रयास
इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्राम पंचायतों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों के विकास और पंचायत स्तर पर प्रशासन को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रशिक्षण ने सभी प्रतिभागियों को एक मंच पर लाकर साझा समझ और सहयोगपूर्ण कार्य संस्कृति को बढ़ावा दिया।
यह प्रशिक्षण सत्र जिला प्रशासन की एक बड़ी पहल है, जो भविष्य में सतत विकास और ग्राम पंचायतों के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।