पाकुड़। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म जयंती को मनाते समय, भारतीय समाज उनके दिये गए संदेशों को याद करता है, जिनमें सद्भावना, सहमति और सेवा का महत्व उजागर होता है। इस महत्वपूर्ण दिन के अवसर पर, सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति, सद्भावना केंद्र पाकुड़ ने एक अद्वितीय प्रयास किया है, जिसमें रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य रक्तदान के माध्यम से जीवन बचाना है।
रक्तदान शिविर: जीवन को बचाने का महत्वपूर्ण कदम
रक्तदान शिविर में प्रमुख रूप से सिविल सर्जन मंटू टेकरीवाल, सद्भावना केंद्र के संस्थापक आनंद भगत, अध्यक्ष हिसाबी राय, सचिव गणेश कुमार भगत मौजूद थे। इन उन्नत व्यक्तित्वों की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बनाया।
रक्तदान का आयोजन न केवल जीवनों को बचाने के उद्देश्य से हुआ, बल्कि यह आयोजन लोगों को रक्तदान के महत्व के प्रति जागरूक करने में भी मदद करता है। रक्तदान के माध्यम से जीवन को बचाने का कार्य यदि किसी की मदद कर सकता है, तो यह समाज के लिए महत्वपूर्ण है।
शिविर के रक्तवीर
जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष रक्तवीर बाबुधन मुर्मू ने रक्तदान कर रक्तदान शिविर का श्री गणेश किया, साथ ही रक्तवीर गौरव भगत, दिलीप शर्मा, रूबल, प्रेम राम, सागर राम, अमन भगत, विश्वजीत कुमार, अंकित कुमार टेकरीवाल आदि ने रक्तदान किया। आज रक्त अधिकोष में कुल 24 मात्रक रक्तदान रक्तवीरों ने किया।
समाज में रक्तदान का महत्व
रक्तदान के महत्व को समझते हुए, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष रक्तवीर बाबुधन मुर्मू ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने रक्तदान किया और इसके साथ ही वे एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया कि लोगों को समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि रक्तदान से न केवल जीवनों को बचाने का मौका मिलता है, बल्कि यह दिल की सेहत के लिए भी फायदेमंद है। वे बताते हैं कि लोगों के द्वारा समय समय पर रक्तदान करना चाहिए रक्तदान करने से दिल की सेहत में सुधार दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है। रक्त में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे बढ़ा सकती है इसलिए समय-समय पर लोगों को रक्तदान करना चाहिए।
रक्तदान के महत्व को समझाते हुए बोले सिविल सर्जन मंटू टेकरीवाल
मौके पर उपस्थित सिविल सर्जन मंटू टेकरीवाल ने रक्तदान के महत्व को समझाया और बताया कि यह एक मानविक कार्य है। रक्तदान के महत्व को समझते हुए, यह सबको समय समय पर रक्तदान करने की जरूरत है। रक्तदान न केवल जीवनों को बचाने का कार्य होता है, बल्कि यह समाज में सद्गुण, सहमति, और सेवा के महत्व को भी बढ़ावा देता है। रक्तदान के माध्यम से जीवन को बचाने का कार्य अपने आप में महत्वपूर्ण है, और यह समाज के लिए भी एक बड़ा कदम है जो सद्भावना, समाजसेवा, और मानविकता के मूल तत्वों को स्थापित करने में मदद करता है।
उन्होंने बताया कि मैं संयुक्त बिहार और झारखंड के विभिन्न जिलों में सेवा दे चुका हूं, लेकिन जिस प्रकार पाकुड़ जिला में समाज के विभिन्न वर्गों के युवाओं, समाजसेवियों, स्वयंसेवी संस्थाओं के द्वारा बढ़ चढ़कर पाकुड़ में रक्तदान करते हैं कहीं ना कहीं यह अपने आप में बेमिसाल एवं सराहनीय कार्य है। मैं सभी को साधुवाद देता हूं कि ऐसे जरूरतमंद को आपातकालीन स्थिति में खून आपूर्ति हेतु रक्तवीरों को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए।
समाज के युवाओं का सहयोग: रक्तदान का सफल आयोजन
रक्तदान के उपरांत, श्री मुर्मू ने बताया कि लोगों को इस मानविक सेवा में योगदान करने के लिए आगे आना चाहिए। वे बताते हैं कि ऐसे जरूरतमंद को रक्तदान करने के लिए संवित करने के लिए हमें समय-समय पर योगदान करना चाहिए, ताकि आवश्यकता होने पर उन्हें त्वरित रक्त आपूर्ति मिल सके।
समाज के सदस्यों का सहयोग: सफल रक्तदान का एक मिसाल
इस कार्यक्रम के माध्यम से, हम समाज में समृद्धि, सामाजिक समरसता, और मानवाधिकारों के प्रति सजग हो रहे हैं, जिससे हमारा समाज सशक्तिकरण और सामाजिक सुधार में मदद मिलती है। इस प्रकार के संस्थान और समाज सेवा कार्यक्रम हमारे समाज को समृद्धि की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हैं, और यह हमें याद दिलाते हैं कि हम सभी के पास समाज सेवा के लिए कुछ करने की क्षमता है, और इसका महत्व हमें समझाना चाहिए। इस प्रकार, हम सभी एक मेलजोल कर सकते हैं और समृद्धि और मानविकता की दिशा में एक सशक्त और संबद्ध समाज बना सकते हैं।
रक्तदान के माध्यम से समाज सेवा के महत्व को साझा करते हुए, पाकुड़ जिला में इस मानविक कार्य को सफलता के साथ आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से जीवन को बचाने के मानविक और सामाजिक दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया गया है, और समाज के सदस्यों ने एक साथ मिलकर यह संदेश दिया है कि हम सभी के पास सेवा करने का योग्यता है, और हमें इसका उपयोग समाज की सेवा के लिए करना चाहिए। रक्तदान के माध्यम से हम समाज को समृद्धि की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हैं, और यह हमें याद दिलाते हैं कि हम सभी एक मेलजोल कर सकते हैं और समृद्धि और मानविकता की दिशा में एक सशक्त और संबद्ध समाज बना सकते हैं।