बिना समय गंवाए किया रक्तदान, बचाया एक मासूम जीवन
पाकुड़ जिले में एक बार फिर मानवता की मिसाल देखने को मिली जब सत्य सनातन संस्था के सदस्य और हिरणडांगा बाजार निवासी व्यवसायी बिस्वजीत सिंह ने रक्तदान कर 17 वर्षीय पहाड़िया किशोरी की जान बचाई। उनका यह कदम सिर्फ एक मरीज के लिए राहत नहीं, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणादायक संदेश भी बन गया।
गंभीर स्थिति में थी मरीज, डॉक्टरों ने दी तत्काल रक्त चढ़ाने की सलाह
घटना रविवार की है, जब पाकुड़ सदर प्रखंड के ग्राम किताझोर की रहने वाली रेखा पहाड़िन अपनी 17 वर्षीय पुत्री को गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल, सोनजोड़ी लेकर पहुंचीं। बच्ची को गंभीर रूप से रक्त की कमी थी, और डॉक्टरों ने तुरंत रक्त चढ़ाने की सलाह दी। परिजन जब रक्त उपलब्ध कराने में असमर्थ रहे, तो उन्होंने सत्य सनातन संस्था से मदद की गुहार लगाई।
संस्था ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी, तुरंत जुटाया रक्तदाता
जैसे ही यह सूचना संस्था के संयुक्त सचिव अजय भगत को मिली, उन्होंने बिना देरी किए संस्था के सक्रिय सदस्य बिस्वजीत सिंह से संपर्क किया। बिस्वजीत ने रक्त की महत्ता को समझते हुए, बिना समय गंवाए खुद को रक्तदान के लिए प्रस्तुत किया और पुराना सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान कर दिया।
रक्त मिलने के बाद परिजनों ने जताया आभार
बिस्वजीत सिंह के रक्तदान से जब बच्ची को समय पर रक्त मिल गया, तो उसकी हालत में तेजी से सुधार आने लगा। मरीज की मां रेखा पहाड़िन ने भावुक होते हुए रक्तदाता और संस्था का आभार जताया। उन्होंने कहा कि अगर समय पर रक्त नहीं मिलता, तो शायद उनकी बेटी की जान नहीं बच पाती।
बिस्वजीत का यह चौथा रक्तदान, बोले – रक्तदान सबसे बड़ा धर्म
इस मौके पर बिस्वजीत सिंह ने कहा, “यह मेरा चौथा रक्तदान है और हर बार मुझे यह अहसास होता है कि मेरा थोड़ा-सा सहयोग किसी की जिंदगी बदल सकता है। रक्तदान करके देखिए, एक असीम शांति और संतोष का अनुभव होता है। जब आपको यह पता चले कि आपके खून से किसी की जान बची है, तो इससे बड़ा सौभाग्य कोई नहीं।”
स्थानीय लोगों और संस्था ने दिया सराहना का संदेश
समापन समारोह में सत्य सनातन संस्था के जिला अध्यक्ष हर्ष भगत, ब्लड बैंक कर्मचारी नवीन कुमार, मेघदूत घोष सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने बिस्वजीत सिंह के कार्य की सराहना करते हुए युवाओं से रक्तदान के प्रति जागरूक होने की अपील की।
रक्तदान से नहीं होती कोई हानि, होता है सिर्फ लाभ
इस प्रेरणादायक घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि रक्तदान महादान है। यह केवल एक नेक कार्य नहीं, बल्कि किसी के जीवन की डोर थामने का सशक्त माध्यम है। आज जरूरत है कि समाज में ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान के महत्व को समझें और इस पुनीत कार्य में हिस्सा लें।