Monday, September 16, 2024
HomePakurशिक्षा और कला में उत्कृष्ट योगदान देने वालों का सम्मान समारोह: श्री...

शिक्षा और कला में उत्कृष्ट योगदान देने वालों का सम्मान समारोह: श्री सारस्वत स्मृति, पाकुड़ द्वारा आयोजित

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

पाकुड़। श्री सारस्वत स्मृति, पाकुड़ के तत्वावधान में न्यू इंडिया एक्सपो मेला 2024 के मंच पर जिले के महाविद्यालय, उच्च विद्यालय, मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालयों के साथ ही कला, नृत्य, संगीत और मूर्ति कलाकारों को सम्मानित किया गया। इस विशेष अवसर पर सरकारी और निजी विद्यालयों के उत्कृष्ट शिक्षकों और कलाकारों को सम्मानित किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से शिक्षाविदों और कला क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने भाग लिया।

समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पूर्ति द्वारा किया गया। उनके साथ इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ. कृपाशंकर अवस्थी, विश्वनाथ पंडित, मिथिलेश कुमार सिन्हा, सुमन कुमार और संस्था के सचिव रामरंजन कुमार सिंह उपस्थित थे। दीप प्रज्वलन के बाद कलाकृति केंद्र की छात्राओं नम्रता, सुरुचि, आयुषी और श्रेया द्वारा स्वागत गीत पर आधारित नृत्य की प्रस्तुति दी गई, जिसने सभी अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम के दौरान कला और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले योगा, कोरियोग्राफर, जुडो और कराटे प्रशिक्षकों के साथ-साथ निजी स्कूलों के शिक्षकों को श्री सारस्वत सम्मान प्रदान किया गया। साथ ही, छोटी बच्चियों द्वारा नृत्य और संगीत की प्रस्तुतियों ने इस सम्मान समारोह को जीवंत बना दिया।

समारोह के दौरान विशेष रूप से नृत्य प्रशिक्षिका रुमा सिंह ने कोलकाता में हुए बलात्कार कांड का जिक्र करते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि उस विभत्स घटना के बाद वे अपनी छात्राओं के साथ सार्वजनिक मंचों पर प्रस्तुतियां देने में असहज महसूस करती हैं। रुमा सिंह की यह बात सुनकर सभागार में उपस्थित सभी दर्शकों की आंखें नम हो गईं। उन्होंने भावुक होकर अपील की कि समाज को एकजुट होकर महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। इस मौके पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भी अपने संबोधन में रुमा सिंह की इस अपील का समर्थन किया और कहा कि समाज को जागरूक करना हम सभी का कर्तव्य है।

सेवानिवृत्त शिक्षक ने अपने उद्बोधन में कहा कि ऐसी घटनाएं इसलिए हो रही हैं क्योंकि हम शिक्षक इस पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे रहे हैं। शिक्षकों का यह दायित्व है कि वे अपने छात्रों के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद वातावरण तैयार करें, विशेषकर लड़कियों के लिए जो शिक्षा के लिए दूर-दराज से स्कूल और कॉलेज तक आती हैं। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक, अभिभावक और समाज के विभिन्न वर्गों को मिलकर इस दिशा में प्रयास करने चाहिए। इसके लिए गांवों में समितियाँ बनाकर ऐसी घटनाओं की रोकथाम पर जोर देना चाहिए।

समारोह में जिले के कई प्रतिष्ठित शिक्षकों और कलाकारों को सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख रूप से के.के.एम. महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. कृपाशंकर अवस्थी, डॉ. मनोहर कुमार, पाकुड़ पॉलीटेक्निक प्रशासनिक पदाधिकारी निखिल चंद्रा, बिजय भंडारी और दिलीप कुमार राय को भी सम्मानित किया गया। ये सभी अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जाने जाते हैं।

समारोह के अध्यक्ष भागीरथ तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि श्री सारस्वत स्मृति, पाकुड़ वर्ष 2000 से शिक्षा के क्षेत्र में लगातार विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्था की सफलता का श्रेय सभी सदस्यों के सहयोग को जाता है। इस सम्मान समारोह को सफल बनाने के लिए उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया।

अंत में, कार्यक्रम के समापन पर संस्था के उपाध्यक्ष डॉ. मनोहर कुमार ने सभी अतिथियों, शिक्षकों और कलाकारों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उनके द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के बाद राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का विधिवत समापन किया गया।

समारोह में जिला प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा संस्था, श्री सारस्वत स्मृति के सचिव रामरंजन कुमार सिंह को शाल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। साथ ही डॉ. कृपाशंकर अवस्थी, अध्यक्ष विश्वनाथ पंडित, और सचिव मिथिलेश कुमार सिन्हा को भी शाल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। यह समारोह शिक्षा और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों के प्रति समाज की एक सम्मानजनक पहल के रूप में यादगार बना।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments