[ad_1]
रांचीएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
आईआईटी आईएसएम धनबाद में पूजा पाठ
आईआईटी आईएसएम धनबाद में पिछले 6 महीनों में आईएसएम परिसर के अंदर हुई 3 मौतों की वजह से डर का माहौल है। क्या यही वजह है कि आईआईटी आईएसएम धनबाद में 30 जून से यज्ञ, महामृत्युंजय जाप, अखंड रामायण पाठ, चंडी पाठ का आयोजन किया गया है ? यह पाठ 2 जुलाई तक चलेगा। इस आयोजन को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।

30 जुलाई से शुरू हुई है पूजा पाठ

देवघर से आये हैं आचार्य

विशेष अनुष्ठान का आयोजन
हर साल होता रहा है आयोजन, कोरोना में हो गया था बंद
इस आयोजन की पूरी तैयारी में शामिल प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार ने कहा, यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी कई हर साल इसका आयोजन होता रहा है। 2019 के बाद कोरोना संक्रमण के आने से इस पर रोक लगी थी। हमने फिर से इसकी शुरुआत की है। यह आयोजन मंदिर कमेटी करती है, अगर इससे सबके मन को शांति मिलती है तो गलत क्या है। जब उनसे पूछा गया कि क्या पिछले 6 महीनों में आईएसएम परिसर के अंदर हुई 3 मौतों की वजह से इसकी शुरुआत फिर हुई तो इस पर उन्होंने कहा कि इसमें गलत क्या है। यह आयोजन सिर्फ आईआईटी आईएसएम के लोगों के लिए नहीं है इसमें धनबाद के सभी लोग आमंत्रित है। परिसर का दरवाजा खुला है कोई भी इसमें शामिल हो सकता है। हमारी कोशिश है कि हर साल इसका आयोजन हो।
छह महीने में तीन मौत
ध्यान रहे कि यह आयोजन बेहद खास है। इसमें देवघर से आए 15 आचार्य यज्ञ में शामिल हैं। यज्ञ में एक लाख 8 हजार महामृत्युंजय जाप कराया जा रहा है। अखंड रामायण का पाठ भी चल रहा है। चंडी पाठ भी हो रहा है। 14 जून को आईएसएम परिसर में स्विमिंग पूल में नहाने के दौरान असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ यशवंत कुमार गुजाला की डूबने से मौत हो गई थी। 16 जनवरी 2023 को इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट में जूनियर टेक्नीशियन दीपक कुमार ने सुसाइड कर ली थी। 6 दिसंबर 2022 को अंबर हॉस्टल में 2018 बैच के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का छात्र चेरुकुरी प्रवीण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इन हादसों के बाद चर्चा तेज थी कि आईआईटी आईएसएम धनबाद भगवान की शरण में है ताकि ऐसी अनहोनी दोबारा ना हो।
[ad_2]
Source link