पाकुड़। डीएवी पब्लिक स्कूल के छात्रों ने सांप्रदायिक सद्भाव सप्ताह के समापन पर सद्भावना साइकिल रैली का आयोजन किया। इस रैली में छात्रों और छात्राओं ने झंडा और बैनर लेकर “मां तुझे प्रणाम” कार्यक्रम के तहत सद्भावना यात्रा निकाली। रैली के दौरान नारे लगाते हुए छात्रों ने पूरे शहर में देशभक्ति और एकता का वातावरण बनाया। रैली का नेतृत्व विद्यालय के प्राचार्य डॉ. विश्वदीप चक्रवर्ती ने किया।
रैली का मार्ग और उत्साह
यह रैली विद्यालय से शुरू होकर मेन रोड, गांधी चौक, तांती पाड़ा, राजा पाड़ा, कूड़ा पाड़ा, और माली पाड़ा होते हुए पुनः विद्यालय लौटकर समाप्त हुई। छात्रों ने पूरे मार्ग पर अनेकता में एकता, भारत देश हमारा, जात-पात का बंधन तोड़ो, भारत जोड़ो जैसे संदेशपूर्ण नारे लगाए। इन नारों के माध्यम से उन्होंने सभी समुदायों के लोगों को प्रेम और भाईचारे से रहने का संदेश दिया।
सद्भावना प्रतिज्ञा और दान की प्रेरणा
रैली से पहले विद्यालय में सद्भावना समारोह आयोजित किया गया, जहां प्राचार्य डॉ. चक्रवर्ती ने शिक्षकों, शिक्षिकाओं और सभी कर्मचारियों को सद्भावना प्रतिज्ञा दिलाई। इस मौके पर उन्होंने सभी को समाज के वंचित वर्गों की मदद करने के लिए प्रेरित किया। विद्यालय के सभी सदस्यों ने अपनी क्षमता के अनुसार दान देकर इस अभियान में हिस्सा लिया।
प्राचार्य का संदेश: युवाओं की भूमिका
अपने संबोधन में प्राचार्य ने कहा, “देश की संस्कृति और लोकतंत्र की रक्षा के लिए युवाओं को आगे आना होगा। देश की एकता और अखंडता बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। विद्यार्थी राष्ट्र निर्माता हैं और ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेकर वे देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।” उन्होंने छात्रों को पूर्ण एकता और समन्वय के साथ समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की अपील की।
सांप्रदायिक सद्भाव सप्ताह का महत्व
यह पूरा सप्ताह सांप्रदायिक सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया गया। विद्यालय ने न केवल छात्रों को एकजुटता का महत्व समझाया, बल्कि समाज के हर वर्ग को आपसी प्रेम और समर्पण की भावना से जोड़ने का प्रयास किया।
इस तरह, डीएवी पब्लिक स्कूल ने इस आयोजन के माध्यम से सांप्रदायिक सद्भाव और राष्ट्रीय एकता का संदेश पूरे शहर में फैलाया। यह रैली युवाओं को प्रेरित करने और समाज में एकता का माहौल बनाने का एक सफल प्रयास साबित हुआ।