(धर्मेन्द्र सिंह) पाकुड़। सदर प्रखंड के सोनाजोड़ी में स्थित भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) पाकुड़ की ओर से आयोजित तेरह दिवसीय जुट उत्पाद उद्यमी और कृषि उद्यमी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया।
प्रशिक्षण प्राप्त 59 प्रशिक्षुओं को जिला कार्यक्रम प्रबंधक जेएसएलपीएस निशिकांत नीरज निदेशक आरसेटी कृष्णा दास, जिला प्रबंधक जेएसएलपीएस शुभम कुमार और संस्थान के वरिष्ठ संकाय अमित कुमार बर्धन ने संयुक्त रुप से प्रमाणपत्र देकर उत्साहित किया।
डीपीएम निशिकांत नीरज ने जेएसएलपीएस के द्वारा संचालित किए जाने वाले विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पाकुड़ जुट बहुल क्षेत्र है। यहां जुट की काफी उत्पादन होती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए माननीय ग्रामीण विकास मंत्री, झारखण्ड सरकार श्री आलमगीर आलम और जिला प्रशासन के निर्देशानुसार प्रशिक्षण का लाभ उठाकर व्यवसाय शुरु करने की अपील की।
सभी अतिथियो का स्वागत करते हुए अमित कुमार बर्धन ने कहा कि जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आर्थिक रूप से समृद्धि जरूरी है। जुट उत्पाद उद्यमी और कृषि उद्यमी दोनों रोजगारपरक कार्यक्रम है। इसके तहत जुट की बनी बैग, डोरमेट, पर्स, घरेलू सजावट की सामान आदि बनाने की जानकारी दी गई। वही दूसरी ओर कृषि उद्यमी मे प्रशीक्षुओ को कृषि की नई तकनीकी, पशुपालन, बानिकी सह समेकित जानकारी दी गई। इसके अलावा प्रोजेक्ट रिपोर्ट, बैकिंग, बीमा आदि के संबंध मे विस्तार से जानकारी दी। आरसेटी द्वारा ऐसे कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं जो ग्रामीण बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाती हैं।प्रशिक्षुओ को अगले दो साल तक फॉलो अप किया जाएगा ताकि आत्मनिर्भर बनने में होने वाली समस्याओं का निराकरण किया जा सकें। प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल्यांकन नेशनल एकेडमी ऑफ रुडसेट द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी अरुण नाथ तिवारी, पंकज राउत और शोभा रानी केशरी द्वारा किया गया। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रशिक्षक लक्ष्मी कुमारी और अरबिंद आरोही थे।
समापन कार्यक्रम के मौके पर संकाय वापी दास, कार्यलय सहायक शिबू कुनाई , मोतीलाल साहा और अन्य लोग मौजूद थें।