पाकुड़। कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाए जा रहे जनसंपर्क अभियान के अंतर्गत शनिवार को पंचायत पियादापुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष सह 20 सूत्री अध्यक्ष मानसारुल हक ने की। बैठक में कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें जिला कोषाध्यक्ष असद हुसैन, नज़रुल इस्लाम और छात्र संगठन कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सैफ आलम शामिल थे।
बैठक में सैफ आलम ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राज्य की गठबंधन सरकार की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने ग्रामीणों को मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना, अबुवा स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री पशुधन योजना, बरसा हरित ग्राम योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, सवर्जन पेंशन योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, हर राशन कार्ड योजना, बिरसा सिंचाई कूप सवद्धन योजना, और गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लाभ और कार्यान्वयन के बारे में जानकारी दी। उनका जोर इस बात पर था कि ये सभी योजनाएं ग्रामीणों की भलाई के लिए हैं, और इनका पूरा लाभ लेने के लिए सभी को जागरूक और संगठित होना चाहिए।
सैफ आलम ने अपने संबोधन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे आलमगीर आलम के दृष्टांत पर चलें और क्षेत्र के हर एक ग्रामीण की सहायता करें। उन्होंने कहा, “हम सभी कार्यकर्ताओं को आलमगीर आलम बनकर ग्रामीणों की सहायता करनी चाहिए और उन्हें इन योजनाओं का पूरा लाभ दिलाने का प्रयास करना चाहिए। हमारे नेता आलमगीर आलम साहब ने कहा था कि मेरा हर एक कार्यकर्ता आलमगीर आलम है, अतः आप सब आलमगीर आलम बनकर क्षेत्र के लोगों का काम करें।”
इस बैठक में जिला सोशल मीडिया प्रभारी पियारुल इस्लाम, लाक्फर शेख, हाजी मोहल्ला से जाकिर हुसैन, सरफराज होसेन, जलील अहमद, डॉ फजलुर रहमान, मंसूर शेख, हकीम शेख, सरदार सेंटू शेख, साबिर अली सहित दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता और ग्रामीणजन उपस्थित थे। सभी ने मिलकर इस बात पर जोर दिया कि पंचायत स्तर पर जनसंपर्क अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जाए ताकि पार्टी की नीतियों और योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके।
बैठक के दौरान ग्रामीणों ने भी अपनी समस्याओं और अपेक्षाओं को नेताओं के सामने रखा, और नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। इस बैठक ने न केवल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को संगठित और उत्साहित किया बल्कि ग्रामीणों में भी सरकार की योजनाओं के प्रति विश्वास और उम्मीदें बढ़ाई।