पाकुड़। झालसा रांची के निर्देशानुसार, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार पाकुड़ के बालकृष्ण तिवारी के निर्देश पर, सचिव शिल्पा मुर्मू के मार्गदर्शन में पाकुड़ प्रखंड के विधिक सहायता केंद्र में पीड़ितों के लिए कानूनी सेवाएं और नशीली दवाओं के खतरे का उन्मूलन योजना, 2015 के तहत एक महत्वपूर्ण पहल की गई है।
योजना के अनुसार, प्रधिकृत विधिक सहायता केंद्र में नियुक्त किए गए प्रशासनिक अधिकारी, पीएलवी नीरज कुमार राउत, डालसा द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग से पीड़ितों को सहायता पहुंचाने के लिए कानूनी सेवाएं प्रदान करने का कार्यशीलता दिखा रहे हैं।
यह योजना 2015 में शुरू की गई थी, जब सरकार ने नशीली दवाओं के अवगुण के खिलाफ कदम उठाने का निर्णय लिया था। इसका मुख्य उद्देश्य नशीली दवाओं के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाना है और पीड़ितों को न्याय पहुंचाना है।
नीरज कुमार राउत ने योजना के तहत कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने प्रधिकृत विधिक सहायता केंद्र में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में जानकारी दी और कानूनी अधिकार और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान की है।
इस पहल के तहत, पीड़ितों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और उन्हें नशीली दवाओं के खतरों से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
योजना के महत्वपूर्ण विषय
योजना के अंतर्गत, डालसा द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मामलों में न्याय के साथ-साथ पीड़ितों को सहायता पहुंचाने के लिए कानूनी सेवाओं का प्रावधान किया जा रहा है।
इस योजना के तहत प्रधिकृत विधिक सहायता केंद्र में नीरज कुमार राउत द्वारा दी गई कानूनी जानकारी के माध्यम से पीड़ितों को उनके अधिकारों के बारे में सही जानकारी प्राप्त हो रही है। जिससे उन्हें अपने मुद्दों को न्यायिक रूप से सुलझाने में मदद मिलेगी।
इस योजना के माध्यम से नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ सामाजिक जागरूकता भी फैलाई जा रही है ताकि लोग इस खतरे से बच सकें।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि पीड़ित व्यक्तियों को न्याय पहुंचाया जा सके और नशीली दवाओं के खतरे को कम किया जा सके।
इस योजना के माध्यम से, डालसा और उनके सहयोगी प्रशासनिक अधिकारी नशीली दवाओं के खिलाफ मिलकर एक सुरक्षित और स्वस्थ समाज की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।