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शशिकांत ओझा/पलामू. हाल ही में रांची जिलास्तरीय किक बॉक्सिंग चयन प्रतियोगिता में पलामू जिले के तोलरा गांव के रहनेवाले दीपक तिवारी की दो बेटियां आस्था और आकांक्षा ने शानदार प्रदर्शन किया था. इसके बाद अब वे राज्यस्तरीय किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भाग लेंगी. बता दें कि दोनों बहनें 6 वर्ष की आयु से ही कराटे खेलना शुरू किया था. अब तक दोनों बहनों के पास दर्जनों गोल्ड और सिल्वर मेडल हैं. 6 अगस्त को रांची के खेल गांव में आयोजित झारखंड स्टेट कैडेट्स एंड जूनियर किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में आस्था और आकांक्षा भाग लेंगी. जिसके बाद इनका चयन राष्ट्रीय स्तर के किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए होगा.
आस्था ने लोकल 18 को बताया कि वह जब 6 साल की थी तब से ही कराटे खेल रही है. वर्ष 2018 से कराटे खेलते-खेलते जिलास्तर, राज्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक कई गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते हैं. उनका सपना ओलंपिक तक जाने का है. हाल ही में जिला स्तर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अंडर 10 से 12 एज गु्रप में प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए गोल्ड मेडल जीत चुकी है. अब 6 अगस्त को राज्य स्तर प्रतियोगिता में भाग लेंगी. जहां से जीत के बाद उन्हे राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा.
आकांक्षा कुमारी ने बताया की मैं रांची के टेंडर हार्ट स्कूल में क्लास 5 की छात्रा हूं. मैंने दीदी से प्रेरणा लेकर कराटे खेलना शुरू किया. पहले मुझे काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. हालांकि दीदी और माता-पिता के सपोर्ट से मैंने भी जिलास्तर से लेकर राष्ट्रस्तर तक कई मेडल प्राप्त किए. वहीं हाल ही में हुए जिला स्तरीय किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मैंने गोल्ड मेडल लाया. अब मैं राज्यस्तर से प्रतियोगिता के जीतकर राष्ट्र स्तर तक खेलने जाऊंगी. मेरा सपना भारत देश को ओलंपिक गोल्ड दिलाना है.
आस्था और आकांक्षा के पिता दीपक तिवारी पेशे से पुलिस हेडक्वॉर्टर में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हैं. बचपन से उनकी रुचि खेल में थी हालांकि नौकरी में आने के बाद अपनी जिमेदारियों के कारण खेल को बीच में ही छोड़ दिए. उन्होंने कहा कि मेरा सपना दोनों बेटियां पूरा कर रही हैं. शिक्षा के साथ खेल में भी बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं. जहां तक ये जाना चाहती हैं मैं पूरा सपोर्ट करूंगा.
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FIRST PUBLISHED : August 04, 2023, 12:24 IST
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