पाकुड़ । विगत 25 फरवरी को पाकुड़ जिला ऑटो-ई-रिक्शा ऑनर्स-चालक एसोसिएशन झारखंड प्रदेश के आठवां द्विवार्षिक सम्मेलन में लिए गए निर्णय के आलोक में बुधवार को पाकुड़ जिला ऑटो-ई- रिक्शा ऑनर्स चालक एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल अपने दो सूत्री मांगों को लेकर पाकुड़ नगर परिषद के कार्यालय में कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेश यादव से मिले।
एसोसिएशन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष हिसाबी राय के नेतृत्व में एसोसिएशन के संरक्षक अनुग्राहित प्रसाद साह, सचिव अनिकेत गोस्वामी, कोषाध्यक्ष मोनी कुमार सिंह, शब्बीर हुसैन, राहुल रजक, महावीर मंडल, छोटन भगत,अनूप कुमार गुप्ता शामिल थे।
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद पाकुड़ को सौंपे अपने ज्ञापन में एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा है कि पाकुड़ नगर परिषद क्षेत्र से प्रतिदिन लगभग पांच सौ ऑटो-ई-रिक्शा और छोटा बड़ा ऑटो रिक्शा मिलाकर लगभग 60 से 70 की संख्या में यात्रियों को सेवा उपलब्ध कराते हैं। इस व्यवसाय में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से लगभग डेढ़ हजार लोग जुड़े हुए हैं। जिनके परिवारों का भरण पोषण इस व्यवसाय से हो रहा है। सब उनकी माली हालत अत्यंत ही दयनीय है। बैंक से ऋण लेकर या किसी अन्य स्रोत से व्यवस्था कर छोटे वाहन चला कर अपना परिवार चला रहे हैं। लेकिन प्रतिदिन के आमदनी के अनुपात में टोल टैक्स के रुपए में अधिक अधिक बोझ पड़ रहा है। जिससे इनके परिवार के जीवन यापन में कठिनाई हो रही है।वर्तमान में ई-रिक्शा चालक को टोल टैक्स के रूप में ₹22, छोटा ऑटो को ₹40 और बड़ा ऑटो को ₹46 का भुगतान करना पड़ता है। साथ ही उन्हें बैंक का किस्त चुकाना पड़ता है।जिनका सीधा असर उनके जीवन यापन पर पड़ता है। इसलिए कार्यपालक पदाधिकारी के समक्ष संगठन के द्वारा दो मांग रखी गई।
- पहला मांग वर्तमान टोल टैक्स को घटाया जाए
- दूसरा प्रत्येक नए वित्तीय वर्ष में दस प्रतिशत की बढ़ोतरी को समाप्त की जाए
जिससे ऑटो चालकों के आर्थिक बोझ को कम किया जा सके। हमारी उक्त दोनों मांगे जायज है जिसका गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए हमारी मांगों को पूरा किया जाए।
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद पाकुड़ कौशलेश यादव ने हमारी मांगों को गंभीरता पूर्वक लेते हुए सहानुभूति विचार करने का आश्वासन दिया।