पाकुड़। सदर प्रखंड अंतर्गत ईशाकपुर रेलवे फाटक से होकर गुजरने वाले लाखों लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के प्रयास तेज हो गए हैं। यह पहल लोगों के जीवन को सरल बनाने और यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के उद्देश्य से की जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता हिसाबी राय ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए पाकुड़ उपायुक्त मनीष कुमार को ओवरब्रिज निर्माण के लिए आवेदन सौंपा है।
ओवरब्रिज निर्माण से जाम से राहत की उम्मीद
ईशाकपुर रेलवे फाटक पर जाम की समस्या लंबे समय से क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। हिसाबी राय ने बताया कि यह रेलवे फाटक जिले के उत्तरी छोर पर स्थित दर्जनों गांवों के लाखों लोगों के आवागमन का प्रमुख मार्ग है। इस मार्ग पर जाम के कारण छात्रों, शिक्षकों, सरकारी कर्मचारियों, मरीजों और न्यायालय जाने वाले लोगों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ओवरब्रिज के निर्माण से इन सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है।
व्यस्ततम रेलवे फाटक: समस्या की गंभीरता
ईशाकपुर रेलवे फाटक एलसी गेट नंबर 39/ए/टी जिले के सबसे व्यस्त रेलवे फाटकों में से एक है। यह फाटक पाकुड़ को पश्चिम बंगाल से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित है। यहां से लगातार छोटी-बड़ी गाड़ियां, पैसेंजर ट्रेनें, मेल एक्सप्रेस और मालगाड़ियां गुजरती हैं। इसके अलावा, फाटक के एक छोर पर स्थित पाकुड़ रेलवे यार्ड में 24 घंटे शंटिंग का काम चलता है, जबकि दूसरी ओर एक वेस्ट केबिन है। इन कारणों से रेलवे फाटक अधिकतर समय बंद रहता है, जिससे जाम की समस्या और भी गंभीर हो जाती है।
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प्रभावित गांव और बढ़ती परेशानियां
इस रेलवे फाटक से गुजरने वाले प्रमुख गांवों में ईशाकपुर, रहसपुर, ईलामी, नवादा, जयकिस्टोपुर, लखीनारायणपुर, मनिरामपुर, संग्रामपुर, कुमारपुर, विक्रमपुर, बरमसिया, गंधाईपुर, हरिहरा आदि शामिल हैं। इन गांवों के लोग नियमित रूप से इस मार्ग का उपयोग करते हैं। जाम के कारण मरीजों को अस्पताल पहुंचने में देरी, स्कूल जाने वाले बच्चों की पढ़ाई में बाधा और व्यवसायियों की आर्थिक गतिविधियों में रुकावट जैसी समस्याएं होती हैं। ओवरब्रिज का निर्माण इन सभी समस्याओं को दूर कर सकता है।
भूमिगत पथ का सफल उदाहरण
हिसाबी राय ने बताया कि इससे पहले शहर के बीचोबीच स्थित एलसी गेट नंबर 38 पर जाम की समस्या से निपटने के लिए तत्कालीन उपायुक्त सुनील कुमार सिंह की पहल पर भूमिगत पथ का निर्माण किया गया था। इसके निर्माण में राज्य सरकार, रेलवे और ईस्टर्न जोनल रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन हावड़ा मंडल का सहयोग रहा। यह परियोजना जाम की समस्या से राहत पाने का एक सफल उदाहरण है।
जिला प्रशासन ने दिया सकारात्मक आश्वासन
हिसाबी राय ने उपायुक्त मनीष कुमार को आवेदन देकर ओवरब्रिज निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। उपायुक्त ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए इसे जनता की महत्वपूर्ण समस्या बताया और जांच कराने का आश्वासन दिया। उपायुक्त ने सिविल एसडीओ को निर्देश दिया है कि वे रेलवे फाटक की स्थिति का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
ओवरब्रिज: एक वरदान साबित होगा
ईशाकपुर रेलवे फाटक के पास ओवरब्रिज का निर्माण न केवल जाम से राहत दिलाएगा, बल्कि यह क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए एक वरदान साबित होगा। यह परियोजना क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षणिक विकास को भी नई दिशा देगी। लोगों को अब जिला प्रशासन से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की उम्मीद है।
विकास की ओर कदम
ओवरब्रिज निर्माण की यह मांग केवल यातायात व्यवस्था को सुधारने का ही प्रयास नहीं है, बल्कि यह जनता की मूलभूत समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय प्रशासन की गंभीरता से क्षेत्र के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही इस परियोजना पर काम शुरू होगा।