पाकुड़। बाजार समिति स्थित डिस्पैच सेंटर से मतदान दलों को रवाना कर दिया गया। इस दौरान जिले के उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने मतदान दलों की तैयारियों का जायजा लिया। डिस्पैच सेंटर से रवाना होते वक्त मतदान कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार सभी दलों को स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है।
कलस्टर और मतदान केंद्रों का निरीक्षण
डिस्पैच के बाद उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न कलस्टरों और मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। इनमें कलस्टर चांदपुर के बूथ संख्या 388 और 389, गोपीनाथपुर का बूथ संख्या 387, हरिगंज के बूथ संख्या 383 और 384, और बूथ संख्या 385 शामिल थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां मौजूद सभी मूलभूत सुविधाओं की जांच की।
उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने यह सुनिश्चित किया कि मतदान केंद्रों में पेयजल, बिजली आपूर्ति, छाया हेतु शेड, महिला-पुरुष शौचालय, रैंप और फर्नीचर जैसी सुविधाएं पूरी तरह से उपलब्ध हों। इन सुविधाओं को सुनिश्चित करने का उद्देश्य यह था कि मतदान प्रक्रिया सुगमता से संपन्न हो सके।
फीडबैक लिया गया
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने मतदान दलों से उनकी आवश्यकताओं और उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के संबंध में फीडबैक लिया। मतदान कर्मियों ने उपलब्ध सुविधाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया। यह फीडबैक जिला प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण रहा, ताकि किसी भी प्रकार की कमी को समय रहते दूर किया जा सके।
सभी तैयारियां पूर्ण
पाकुड़ जिले के 1014 मतदान केंद्रों में 20 नवंबर को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि तीनों विधानसभा क्षेत्रों के मतदान दल अपने-अपने कलस्टरों और मतदान केंद्रों पर पहुंच चुके हैं। सभी दलों को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है।
निर्देश और व्यवस्थाएं
जिला प्रशासन ने मतदान कर्मियों को निर्देशित किया है कि वे मतदान प्रक्रिया के दौरान पूरी सतर्कता बरतें और किसी भी प्रकार की बाधा को रोकने के लिए तैयार रहें। स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान कराने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए गए हैं।
सुगम मतदान सुनिश्चित करने की पहल
जिले में मतदान को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाएं की हैं। डिस्पैच सेंटर से मतदान दलों की रवानगी, मतदान केंद्रों का निरीक्षण, और मतदान कर्मियों को प्रशिक्षण जैसे कदम यह सुनिश्चित करते हैं कि जनता अपने मताधिकार का प्रयोग बिना किसी परेशानी के कर सके।
जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के संयुक्त प्रयासों ने यह दिखा दिया है कि निष्पक्ष और व्यवस्थित चुनाव संपन्न कराना उनकी प्राथमिकता है।