पाकुड़। उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सदर अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान दोनों अधिकारियों ने अस्पताल के विभिन्न विभागों और वार्डों का दौरा किया और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में है और इसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
ओटी, आईसीयू और सिटी स्कैन का जायजा
उपायुक्त मनीष कुमार ने ओटी (ऑपरेशन थिएटर), आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट), सिटी स्कैन और अन्य महत्वपूर्ण विभागों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं और उपकरणों की स्थिति का आकलन किया और अस्पताल प्रशासन से इन सुविधाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि सभी विभाग सुचारू रूप से कार्य करें।
पुरुष और महिला वार्ड का निरीक्षण
अस्पताल के पुरुष वार्ड और महिला वार्ड का निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने वहां की साफ-सफाई और सुविधाओं पर भी ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि वार्डों में नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की संक्रमण से बचाया जा सके। उपायुक्त ने कहा कि अस्पताल की छवि तभी अच्छी बनेगी जब वहां की सेवाएं संतोषजनक हों और मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
एसएनसीयू और पैथोलॉजी लैब की स्थिति
एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) और पैथोलॉजी लैब का भी निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने इन विभागों की कार्यप्रणाली की जांच की। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से कहा कि एसएनसीयू में नवजात बच्चों की देखभाल के लिए विशेष ध्यान दिया जाए और पैथोलॉजी लैब में मरीजों की जांच समय पर होनी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि अल्ट्रासाउंड और अन्य महत्वपूर्ण जांचें भी सुचारू रूप से की जाएं ताकि मरीजों को जल्द से जल्द रिपोर्ट मिल सके।
चिकित्सकों को दिए आवश्यक निर्देश
उपायुक्त ने मौके पर मौजूद चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सक और कर्मचारी पूरी लगन के साथ काम करें और मरीजों की देखभाल में कोई कमी न हो। उपायुक्त ने यह भी कहा कि अस्पताल में जीवन रक्षक दवाइयां हमेशा उपलब्ध होनी चाहिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में मरीजों को तुरंत सहायता मिल सके। उन्होंने सीएस (सिविल सर्जन) डॉ. मंटू कुमार टेकरीवाल को निर्देश दिया कि वे अस्पताल की सभी आवश्यकताओं का आकलन कर एक प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
अस्पताल में सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर
अस्पताल की सफाई पर विशेष जोर देते हुए उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि सफाई की नियमित व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण ही मरीजों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिया कि वे सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दें और इसे नियमित रूप से सुनिश्चित करें।
जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
उपायुक्त ने सीएस को जीवन रक्षक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में अस्पताल में दवाइयों की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उपायुक्त ने यह सुनिश्चित करने की बात कही कि अस्पताल में आने वाले हर मरीज को समय पर और उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में कदम
इस निरीक्षण के माध्यम से उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और बेहतर करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि हर मरीज को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलें और किसी भी मरीज को इलाज के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों और चिकित्सकों को मरीजों की देखभाल में कोई भी कमी नहीं करनी चाहिए और पूरी निष्ठा के साथ काम करना चाहिए।