सड़क सुरक्षा और कोयला चोरी रोकने को लेकर हुई अहम चर्चा
जिले में लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं, ट्रैफिक जाम और कोयला चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त मनीष कुमार और पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में कोल कंपनियों के प्रतिनिधियों और ट्रांसपोर्टरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना, ट्रकों की आवाजाही को सुव्यवस्थित करना और कोयला चोरी पर पूरी तरह अंकुश लगाना था।
ट्रक चालकों के लाइसेंस और सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन अनिवार्य
बैठक के दौरान उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी ट्रांसपोर्टर यह सुनिश्चित करें कि उनके सभी ट्रक चालकों के पास भारी वाहन चलाने का वैध लाइसेंस हो। साथ ही, प्रत्येक ट्रक में दो चालक और एक हेल्पर अनिवार्य रूप से मौजूद हो। अधिकारियों ने कहा कि चालकों द्वारा ओवरस्पीडिंग और ओवरटेकिंग को सख्ती से रोका जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।
अतिरिक्त लोडिंग और अवैध मॉडिफिकेशन पर पूरी तरह प्रतिबंध
बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि ट्रकों में निर्धारित क्षमता से अधिक कोयला लोड नहीं किया जाए। इसके अलावा, ट्रकों के डाला (लोडिंग एरिया) में अतिरिक्त पटरा या एंगल लगाने की प्रथा को पूरी तरह समाप्त किया जाए। सभी ट्रकों पर स्पष्ट रूप से रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित होना चाहिए और नंबर प्लेट का सही ढंग से उपयोग किया जाए।
जीपीएस सिस्टम से होगी ट्रकों की निगरानी
कोयला चोरी और अवैध परिवहन को रोकने के लिए सभी ट्रकों में जीपीएस सिस्टम लगाने का निर्देश दिया गया। इससे प्रशासन को यह पता चल सकेगा कि कोई ट्रक निर्धारित रूट से हटकर कहीं और तो नहीं जा रहा।
कोयला चोरी रोकने के लिए उठाए जाएंगे कड़े कदम
कोयला रोड पर अवैध रूप से ट्रकों को रोककर कोयला चोरी करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। यदि किसी ट्रांसपोर्टर या चालक को कोयला चोरी में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी ट्रांसपोर्टरों से कहा गया कि ऐसे मामलों में तुरंत थाना में शिकायत दर्ज कराई जाए ताकि दोषियों को सजा मिल सके।
ईंधन चोरी की घटनाओं पर भी नजर
बैठक में इस बात का भी जिक्र किया गया कि कोयला रोड पर ट्रकों से ईंधन (डीजल) चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस समस्या के समाधान के लिए संबंधित थाना प्रभारियों को विशेष सतर्कता बरतने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
होटल संचालकों पर भी होगी कार्रवाई
बैठक में यह भी खुलासा हुआ कि कुछ होटल संचालक अपने ग्राहकों की संख्या बढ़ाने और ईंधन चोरी को बढ़ावा देने के लिए जानबूझकर ट्रकों को रोक रहे हैं। इस पर संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया कि ऐसे होटलों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
ट्रक चालकों की संलिप्तता पाए जाने पर होगी ब्लैकलिस्टिंग
अधिकारियों ने यह भी बताया कि कुछ ट्रक चालक जानबूझकर कोयला चोरी करवाते हैं। ऐसे चालकों की पहचान कर ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और उनकी कंपनियों को पत्राचार कर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए बैठकें आयोजित करने का निर्देश
कोयला परिवहन से प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों की समस्याओं को हल करने के लिए बीजीआर और डब्लूबीपीडीसीएल के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया गया कि वे ट्रांसपोर्टरों और ग्रामीणों के साथ नियमित बैठकें करें। इससे स्थानीय लोगों को उनकी शिकायतों का समाधान मिलेगा और परिवहन व्यवस्था भी सुचारू रूप से संचालित हो सकेगी।
बैठक में कई महत्वपूर्ण अधिकारी रहे उपस्थित
इस अहम बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पाकुड़ थाना प्रभारी, सभी कोल कंपनियों के प्रतिनिधि, ट्रांसपोर्टर और ट्रकों के मालिक समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रशासन ने दिया सख्त संदेश
बैठक के अंत में उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा और कोयला चोरी रोकने के लिए किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने ट्रांसपोर्टरों और कोल कंपनियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में किसी भी नियम का उल्लंघन पाया जाता है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।