पाकुड़। जिले के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और छात्रों को आगामी मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के लिए बेहतर तैयारी कराने के उद्देश्य से प्रोजेक्ट परख के तहत शिक्षकों के बीच मॉडल प्रश्न पत्र-सह-उत्तर पुस्तिका का वितरण किया गया। यह कार्यक्रम समाहरणालय स्थित सभागार में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त मनीष कुमार ने की।
बोर्ड परीक्षाओं की बेहतर तैयारी पर जोर
उपायुक्त ने कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को विज्ञान, गणित, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान, और कॉमर्स व कला संकाय जैसे प्रमुख विषयों के पांच-पांच मॉडल प्रश्न पत्र प्रदान किए गए हैं। इन प्रश्न पत्रों का उद्देश्य छात्रों को परीक्षा प्रारूप की समझ विकसित करना और उनकी तैयारी को सुदृढ़ बनाना है।
उपायुक्त ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि वे इन मॉडल प्रश्न पत्रों को छात्रों के साथ विस्तारपूर्वक समझाएं और उनकी मदद करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिन छात्रों का प्रदर्शन बेहतर है, उन्हें अतिरिक्त कक्षाएं दी जाएं ताकि वे अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकें।
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प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन स्टेट बोर्ड की तर्ज पर
बैठक में उपायुक्त ने बताया कि इस वर्ष प्री बोर्ड परीक्षाएं ठीक उसी तरह से आयोजित की जाएंगी, जैसे स्टेट बोर्ड द्वारा मुख्य परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इस कदम का उद्देश्य छात्रों को बोर्ड परीक्षा के माहौल से परिचित कराना और उनकी आत्मविश्वास में वृद्धि करना है।
मेधावी छात्रों को मिलेगा सम्मान
उपायुक्त ने घोषणा की कि वर्ग आठवीं, नौवीं, मैट्रिक, ग्यारहवीं, और इंटरमीडिएट में टॉप करने वाले छात्रों को 26 जनवरी को हरा ब्लेजर प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा। यह पहल छात्रों को प्रोत्साहित करने और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से की गई है।
शिक्षकों की भूमिका पर जोर
उपायुक्त ने शिक्षकों से अपील की कि वे छात्रों के साथ नियमित संवाद करें और उन्हें बोर्ड परीक्षा की चुनौतियों के लिए तैयार करें। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की भूमिका छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को संवारने में अहम है, और उनकी मेहनत से ही शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी
इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पुरती, एडीपीओ पियूष कुमार, और जिले के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी बताया।
प्रोजेक्ट परख के तहत किए जा रहे इन प्रयासों से न केवल छात्रों की तैयारी में सुधार होगा, बल्कि यह पहल शिक्षा के प्रति जागरूकता और गुणवत्ता बढ़ाने में भी सहायक होगी। इस पहल को जिले में सकारात्मक बदलाव लाने के रूप में देखा जा रहा है।