पाकुड़। जिले के सभी नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है कि जिले में कोई भी नागरिक पेयजल संकट का सामना न करे। गुरुवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में पेयजल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में पेयजल की समस्याओं के समाधान पर चर्चा की गई और कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।
खराब चापाकल और जलमीनार की मरम्मत के निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी खराब चापाकल की मरम्मत पीएचईडी विभाग द्वारा तुरंत सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही खराब जलमीनारों को 15वें वित्त आयोग के फंड से ठीक कराने का आदेश सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों (बीडीओ) को दिया गया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि मरम्मत का कार्य शीघ्र पूरा हो, सभी बीडीओ को अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित भ्रमण करने का निर्देश दिया गया।
पेयजल संकट वाले क्षेत्रों में नए चापाकल का निर्माण
ऐसे पंचायत जहां गर्मी के दिनों में पेयजल संकट गहराता है, वहां नए चापाकल लगाए जाएंगे। उपायुक्त ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि पेयजल से संबंधित किसी भी शिकायत का तुरंत समाधान किया जाए। शिकायतें चाहे किसी भी माध्यम से प्राप्त हों, संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया।
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ऊंचाई वाले क्षेत्रों में झरना कूप बनाने की योजना
जिन क्षेत्रों में जल स्त्रोत ऊंचाई पर स्थित हैं और जहां पारंपरिक कूप की आवश्यकता है, वहां झरना कूप बनाए जाएंगे। यह निर्णय लिया गया है कि इन क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता बढ़ाने के लिए इस तकनीक का उपयोग किया जाएगा। उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को क्षेत्र का दौरा कर समस्याओं की निगरानी और समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पेयजल से जुड़ी शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई
उपायुक्त ने कहा कि पेयजल से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। यदि किसी पंचायत या क्षेत्र से कोई शिकायत मिलती है, तो अधिकारियों को तुरंत समाधान के लिए तत्पर रहना होगा। उन्होंने सभी बीडीओ को नियमित रूप से क्षेत्र में जाने और स्थिति का जायजा लेने की हिदायत दी।
अधिकारियों की भूमिका और भागीदारी
बैठक में उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, अनुमंडल पदाधिकारी साईमन मरांडी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक कुमार सिंह, जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू, जिला कल्याण पदाधिकारी लक्ष्मण हरिजन, विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभूवन कुमार सिंह और सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने जिले में पेयजल आपूर्ति की स्थिति और उसकी चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
आम नागरिकों को लाभ पहुंचाने की प्रतिबद्धता
बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि जिले के हर कोने में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो। यह कदम प्रशासन की आम नागरिकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सभी संबंधित विभागों को अपनी जिम्मेदारियों को प्राथमिकता देते हुए कार्य करने का निर्देश दिया गया।
पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए ठोस कदम
यह बैठक जिला प्रशासन द्वारा पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि सभी विभाग मिलकर इस समस्या का समाधान करेंगे और जिले के हर नागरिक को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लक्ष्य को पूरा करेंगे।