पाकुड़। जिले में 08 दिसंबर से 10 दिसंबर तक चल रहे पोलियो अभियान के अंतिम दिन उपायुक्त मनीष कुमार ने नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत छोटी अलीगंज में घर-घर जाकर पोलियो की दो बूंद पिलाने के अभियान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अभियान की प्रगति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पहले दिन बूथों पर दी गई पोलियो खुराक
पोलियो अभियान के पहले दिन जिले भर में जन्म से 5 साल तक के बच्चों को बूथों पर बुलाकर पोलियो की खुराक पिलाई गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने जिले के विभिन्न बूथों पर अपनी सक्रिय भागीदारी से अभियान को सफल बनाया। इस दौरान माता-पिता को जागरूक किया गया कि वे अपने बच्चों को पोलियो की खुराक दिलाने के लिए बूथों पर अवश्य लाएं।
घर-घर जाकर पोलियो खुराक देने का निरीक्षण
अभियान के दूसरे और तीसरे दिन स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। उपायुक्त ने इस प्रक्रिया का निरीक्षण किया और सिविल सर्जन की उपस्थिति में अभियान की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि किसी भी बच्चे को पोलियो की खुराक से वंचित न रहने दिया जाए और सुनिश्चित करें कि हर घर में जाकर बच्चों को यह खुराक दी जाए।
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पोलियो से बचाव के लिए जागरूकता पर जोर
उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि पोलियो एक गंभीर बीमारी है जो पूरे जीवन पर प्रभाव डालती है। उन्होंने कहा कि “दो बूंद जिंदगी के” अभियान का उद्देश्य सभी बच्चों को इस खतरनाक बीमारी से बचाना है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पोलियो अभियान में सहयोग करें और अपने आस-पास के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक दिलवाएं।
अभियान में लापरवाही न बरतने के निर्देश
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सिविल सर्जन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पोलियो अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। उन्होंने कहा कि हर बच्चे तक पोलियो खुराक पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
“हर बच्चा सुरक्षित” का संकल्प
पोलियो अभियान के अंतर्गत उपायुक्त ने कहा कि यह सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है कि एक भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित न रहे। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से अभियान के दौरान पूरी ईमानदारी और सतर्कता बरतने की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने जागरूकता कार्यक्रमों पर भी जोर दिया ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले सकें।
पोलियो मुक्त भविष्य की ओर एक कदम
पोलियो अभियान का यह निरीक्षण उपायुक्त की जनकल्याण और स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अभियान ने न केवल बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास किया, बल्कि समाज को पोलियो मुक्त भारत के लक्ष्य की दिशा में प्रेरित किया। यह पहल जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और बच्चों के बेहतर भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।