पाकुड़। रविंद्र भवन टाउन हॉल में उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने के उद्देश्य से एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं, जो लोगों को सीधा लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई हैं, उन्हें प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।
कार्यशाला का शुभारंभ
जिला और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों, पंचायत कर्मियों और मुखियाओं की उपस्थिति में उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार और उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।
पंचायत सचिवालय की भूमिका पर चर्चा
कार्यशाला की शुरुआत में जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू ने कहा कि पंचायत सचिवालय प्रतिदिन खुले और भीएलई डिजिटल पंचायत का लाभ लोगों तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि इसके लिए पंचायत सचिव और मुखिया की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है और उन्हें इसे प्रभावी ढंग से निभाना चाहिए।
आपदा और दुर्घटनाओं में सरकारी सहायता की जानकारी
इसके बाद, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन ने आपदा और दुर्घटनाओं में मिलने वाली सरकारी सुविधाओं और मुआवजे की जानकारी दी। उन्होंने सर्दी के मौसम को देखते हुए सभी अंचल और नगर परिषद को चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
समाज कल्याण विभाग की योजनाओं का ब्योरा
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी बसंती ग्लाडियस बाड़ा ने अपने संबोधन में विभाग से जुड़ी छह प्रमुख योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और धात्री महिलाओं को शिक्षा, सुविधा और सेवा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा, उन्होंने सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, कन्यादान योजना और मातृ वंदना योजना पर भी विस्तृत जानकारी दी।
किसानों के लिए धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया की जानकारी
जिला आपूर्ति पदाधिकारी अभिषेक सिंह ने किसानों को धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि किसानों को ऑनलाइन और भौतिक निबंधन कराना अनिवार्य होगा। इस वर्ष खरीफ विपणन मौसम 2024-25 में 2 लाख क्विंटल धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि किसानों को उनके धान का समर्थन मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल दिया जाएगा और अधिप्राप्ति के 48 घंटे के भीतर 50% राशि का भुगतान किया जाएगा।
कल्याणकारी योजनाओं में अव्वल बनने का लक्ष्य
उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया ने कार्यशाला की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि जिस तरह पाकुड़ जिला चुनावी प्रबंधन में अव्वल रहा, उसी तरह सभी कल्याणकारी योजनाओं को समय पर धरातल पर उतारने में भी अग्रणी बने। उन्होंने बताया कि अबुआ आवास योजना में पाकुड़ राज्य में अव्वल है और मनरेगा में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने सभी से योजनाओं को सुनियोजित ढंग से लागू करने का आग्रह किया।
महिलाओं और बालिकाओं के लिए जागरूकता
पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने अपने संबोधन में महिलाओं और बालिकाओं के कानूनी अधिकारों, जैसे- शिक्षा का अधिकार, बाल विवाह, दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा पर जानकारी दी। उन्होंने साइबर अपराध और सोशल मीडिया के दुरुपयोग से बचाव के उपाय भी बताए।
उपायुक्त का समेकित प्रयास पर जोर
उपायुक्त मनीष कुमार ने सभी अधिकारियों और कर्मियों से अपील की कि योजनाओं को पारदर्शिता और सुगमता के साथ लाभुकों तक पहुंचाने के लिए समेकित प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवालय में समस्याओं का समय पर समाधान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने राशन वितरण, पेंशन योजना, धान अधिप्राप्ति, साइकिल वितरण और मनरेगा योजना सहित विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने सभी कर्मियों को आपस में समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया।
पोलियो अभियान पर जोर
उपायुक्त ने 8 दिसंबर से 10 दिसंबर तक चलने वाले पोलियो अभियान पर भी जोर दिया और ‘एक भी बच्चा छूटे ना’ का नारा देते हुए सभी से अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया।
कार्यशाला में शामिल अधिकारी और प्रतिनिधि
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, परियोजना निदेशक आईटीडीए अरुण कुमार एक्का, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, अनुमंडल पदाधिकारी साइमन मरांडी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय सिंह बड़ाईक, जिला परिवहन पदाधिकारी संजय पीएम कुजूर, जिला पंचायत राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू, बीडीओ, सीओ, मुखिया और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
यह कार्यशाला जिले में योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।