पाकुड़। जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य अभियानों की प्रगति और उनकी प्रभावशीलता की समीक्षा के लिए उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कुष्ठ जागरूकता अभियान, फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम और कालाजार नियंत्रण अभियान की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई।
स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान पर जोर
बैठक में उपायुक्त ने स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान की विस्तृत समीक्षा की। यह अभियान 30 जनवरी से 14 फरवरी तक जिले भर में चलाया जा रहा है। इस दौरान कुष्ठ रोग की पहचान और रोकथाम को लेकर व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित किया जाएगा।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह अभियान 8 फरवरी तक पूर्ण कर लिया जाए, ताकि समय रहते अधिक से अधिक संभावित कुष्ठ रोगियों की पहचान की जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि इस अभियान के दौरान कालाजार के एक्टिव केसों का भी सर्वेक्षण किया जाए, ताकि प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल कार्रवाई की जा सके।
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फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को लेकर विशेष निर्देश
उपायुक्त ने बैठक में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान पर भी विशेष चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 10 फरवरी से 25 फरवरी तक जिलेभर में फाइलेरिया की रोकथाम के लिए विशेष दवा वितरण कार्यक्रम चलाया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि इस अभियान के दौरान लोगों को फाइलेरिया से बचाव, इसके लक्षण और उपचार के बारे में जागरूक किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण अभियान है, इसलिए इसकी सफलता के लिए समस्त स्वास्थ्यकर्मियों को पूरी तत्परता से कार्य करना होगा।
कालाजार नियंत्रण के लिए सतर्कता बढ़ाने का आदेश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने कालाजार उन्मूलन को लेकर भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कालाजार प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से केसों की पहचान की जाए और प्रभावित मरीजों को समय रहते इलाज उपलब्ध कराया जाए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और ग्रामीण विकास विभाग को मिलकर इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए समन्वित प्रयास करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कालाजार से प्रभावित क्षेत्रों में छिड़काव, जागरूकता और उपचार की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
समयबद्ध रूप से सभी अभियानों को पूरा करने का निर्देश
बैठक के दौरान उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी स्वास्थ्य अभियानों को निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इन अभियानों के माध्यम से गंभीर बीमारियों की रोकथाम और जनस्वास्थ्य की सुरक्षा संभव हो सकेगी।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मियों को निर्देश दिया कि वे अभियान को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ पूरा करें, ताकि जिले में कुष्ठ, फाइलेरिया और कालाजार जैसी बीमारियों का प्रभावी नियंत्रण किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने उपायुक्त को जिले में चल रहे स्वास्थ्य अभियानों की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी और आश्वासन दिया कि सभी योजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर सफलतापूर्वक पूरा किया जाएगा।
इस बैठक से यह स्पष्ट हुआ कि जिला प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और गंभीर बीमारियों के उन्मूलन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इन अभियानों के प्रभावी क्रियान्वयन से जिले में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ेगी और लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।