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परमजीत कुमार/देवघर. पूर्णिमा का हिन्दू धर्म में खास महत्त्व है. कल 3 जुलाई को आसाढ़ पूर्णिमा पड़ रहा है. इसे गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है. कहते हैं गुरु के बिना ज्ञान नहीं. जीवन में गुरु का काफी महत्त्व है. ये हमें अंधकार से प्रकाश की ओर जाने में मदद करते हैं. गुरु पूर्णिमा पर भगवान विष्णु के साथ-साथ अपने गुरु को पूजा जाता है.
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल ने लोकल 18 को बताया कि आसाढ़ पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा के दिन मंदिर जाकर भगवान विष्णु की पूजा अवश्य करनी चाहिए. यदि आप मंदिर नहीं जा सकते तो घर पर ही भगवान शालीग्राम की पूजा करें. इस दिन उदित चंद्रमा को अर्घ्य देने की भी मान्यता है. इससे सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
अन्न दान का महत्त्व
पंडित नन्द किशोर मुदगल के मुताबिक, गुरु पूर्णिमा के दिन अपने अपने गुरु का पूजन कर उन्हें भोजन जरूर कराना चाहिए. गुरु को पीले रंग का वस्त्र भेट करें और गुरु दक्षिणा जरूर दें. इससे आपको जीवन में सफलता मिलेगी. वहीं, अन्न दान का भी महत्त्व है. इससे सारे कष्टों का निवारण होता है.
पूजा का शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि पंचांग के अनुसार, 2 जुलाई दिन रविवार की शाम 5 बजकर 2 मिनट पर आषाढ़ महीने की पूर्णिमा तिथि शुरू हो रही है. 3 जुलाई सोमवार की रात 11 बजकर 8 मिनट तक यह तिथि रहनेवाली है. लेकिन उदयातिथि को मानते हुए गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को मनाई जाएगी. वहीं पूजन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजकर 32 मिनट से 10 बजकर 56 मिनट तक रहने वाला है.
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Tags: Deoghar news, Dharma Aastha, Local18, Religion 18
FIRST PUBLISHED : July 02, 2023, 11:03 IST
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