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देवघर7 मिनट पहले
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विश्वप्रसिद्ध श्रावमी मेले का उद्धाटन आज
आज विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले का उद्धाटान होगा। 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा वैद्यनाथ धाम में श्रावमी मेले की शुरुआत आज से हो जायेगी। आषाढ़ पूर्णिमा (गुरु पूर्णिमा) के अवसर पर सोमवार को देवघर में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले को लेकर पूरी तैयारी कर ली गयी है। बाबा नगरी भक्तों के स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस बार खास होगा मेला
इस बार का मेला खास होगा क्योंकि सावन के 15 दिनों के बाद 1 माह का मलमास मेला लग रहा है यह मेला ढाई वर्षों में एक बार लगता है। बाबानगरी में जुलाई से अक्तूबर तक मेले का दौर होगा। इस वर्ष का मेला इसलिए भी खास है क्योंकि इसी अवधि में एक मास का मलमास मेला भी लगने से 95 दिनों का मेला होगा।
मेले का स्वरूप
गुरु पूर्णिमा तक बाबा वैद्यनाथ पर जलार्पण के बाद स्पर्श करने वाले भक्त श्रावणी मेले के पहले दिन से ही अरघा व्यवस्था के तहत जलार्पण करेंगे। 8-10 किमी परिधि में फैला रहने वाला श्रावणी मेला बाबा वैद्यनाथ मंदिर इलाके तक ही सीमित रखने की योजना है। सुविधा केन्द्र के हॉल में बैंक के समान शीघ्र दर्शनम् के लिए 16-17 काउंटर बनाए गए हैं।निशक्त श्रद्धालुओं के लिए भी अलग से बाबा वैद्यनाथ मंदिर निकास द्वार के बाहर व्यवस्था है।
प्रशासनिक तैयारी पूरी
श्रावणी मेले को लेकर प्रशासनिक तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। राज्यभर से 11 हजार सुरक्षाकर्मी पहुंच गए हैं। सोमवार रात से ही सभी की ड्यूटी शुरू हो जाएगी। मलमास के कारण मेला 31 अगस्त तक चलेगा। 2 महीने में वीआईपी या आउट ऑफ टर्न दर्शन की व्यवस्था नहीं रहेगी।
बैरिकेडिंग और यूटिलिटी सेंटर का काम पूरा
श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने पूरे इलाके का निरीक्षण किया। उन्होंने नंदन पहाड़, बीएड कॉलेज, नेहरू पार्क, शिवराम झा चौक, शिवगंगा, बाबा मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में सफाई, पेयजल व्यवस्था और कांवरियों की रुकने की व्यवस्था देखी। उन्होंने यूटिलिटी सेंटर में व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। कावंरिया पथ पर बिछाए गए बालू की भी जानकारी अफसरों से ली।
एनडीआरएफ के जवान रहेंगे तैनात
देवघर के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि “शिवगंगा तालाब, बाबा मंदिर के आसपास, शिवराम झा चौक, बीएड कॉलेज और अन्य भीड़ भाड़ वाले इलाकों में किसी आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ के जवान तैनात किए जाएंगे। प्रशासन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 2 महीने वीआईपी या आउट ऑफ टर्न के जरिए दर्शन की व्यवस्था नहीं रहेगी। कांवरियों के स्वागत के लिए देवघर तैयार है।
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