Thursday, May 15, 2025
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धामी ने आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया

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पुलिस ने बताया कि रुद्रप्रयाग जिले में निरन्तर हो रही तेज बारिश के कारण ब्यूंग गाड, तरसाली, फाटा, बांसवाड़ा, तिलवाड़ा जैसे विभिन्न स्थानों पर बोल्डर सड़क पर गिर रहे हैं।

उत्तराखंड में अनेक स्थानों पर जारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर प्रदेश की स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए।
प्रदेश में लगातार बारिश के चलते भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्ग बंद हो गए जबकि उत्तरकाशी जिले में पहाड़ से गिरे मलबे की चपेट में आकर सड़क से नीचे गिरे टैंपो चालक ने किसी तरह कूद कर अपनी जान बचाई।
लगातार बारिश से गंगा, यमुना सहित प्रदेश की सभी नदियां उफान पर आ गयी हैं। बारिश के कारण गंगा की सहायक अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर पौड़ी जिले के श्रीनगर में जीवीके जलविद्युत परियोजना के बांध से करीब 3000 क्यूमैक्स अतिरिक्त पानी छोड़ा गया।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने पानी छोड़े जाने के चलते पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून के जिलाधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रों में सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

हरिद्वार, ऋषिकेश तथा अन्य जगहों पर पुलिस द्वारा लोगों को नदी तटों से दूर रहने तथा नदी किनारे बसे लोगों से अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने और वहां से हटने के लिए मुनादी की जा रही है।
हरिद्वार में गंगा से सटे कई इलाके पहले से ही बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे हैं और ऐसे में गंगा का जलस्तर और बढ़ने के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट पर है।
आपदा नियंत्रण कक्ष से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार बारिश हो रही है और आगे भी बारिश होने की संभावना है जिसके चलते उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।
उनके मुताबिक, उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि कहीं भी आपदा की स्थिति होने पर लोगों तक तत्काल मदद पहुंचे और उसमें देरी न हो।
उत्तरकाशी जिले में ऋषिकेश—गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर तेज बारिश के दौरान मनेरी भाली परियोजना में बांध के पास पहाड़ से मलबा गिरने के कारण वहां खड़ा टेंपो पलटकर सड़़क के नीचे जा गिरा। टेंपो चालक ने किसी तरह वाहन से बाहर कूदकर अपनी जान बचाई।

ऋषिकेश—यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी झर झर गार्ड के पास भूस्खलन होने से अवरूद्ध हुआ है। राजमार्गों के बंद होने से चारधाम यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
चमोली जिले में भारी बारिश के चलते सड़कों पर मलबा आने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग छिनका, बाजपुर, पीपलकोटी और नंदप्रयाग में बंद हो गया है।
कर्णप्रयाग- जौलजीबी राष्ट्रीय राजमार्ग भी हरमनी में तथा चमोली— कुंड राष्ट्रीय राजमार्ग चोपता के पास कई घंटे तक अवरूद्ध रहा। लेकिन इन दोनों ही जगह पर अब मार्ग खुल गया है।
भारी बारिश के चलते चमोली जिले के नारायणबगड़ कस्बे से सटे केवर गांव में एक गौशाला भारी मलबे की चपेट में आ गयी जिससे उसमें बंधे चार—पांच पशु दब गए।
तहसील नंदानगर में मोख नदी में पानी बढ़ने से नदी तट पर स्थित सैरा गांवके कुछ आवासीय भवन खतरे की जद में आ गए हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से रूद्रप्रयाग-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पांच स्थानों पर बंद हो गया। सड़क को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कार्य शुरू कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि रुद्रप्रयाग जिले में निरन्तर हो रही तेज बारिश के कारण ब्यूंग गाड, तरसाली, फाटा, बांसवाड़ा, तिलवाड़ा जैसे विभिन्न स्थानों पर बोल्डर सड़क पर गिर रहे हैं।

Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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