पाकुड़। उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक का आयोजन उपायुक्त कार्यालय कक्ष में किया गया। इस बैठक में जिले के शैक्षणिक प्रबंधन और शिक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य शिक्षा से संबंधित लंबित मामलों का शीघ्र समाधान और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना था।
चार महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा
बैठक में उपायुक्त द्वारा चार महत्वपूर्ण विषयों का समाधान किया गया। इनमें न्यायालय और विभागीय कार्यवाही से जुड़े विषय प्रमुख थे। इन मुद्दों पर व्यापक चर्चा के बाद संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि वे इन मामलों का शीघ्र निष्पादन करें। उपायुक्त ने यह भी कहा कि शिक्षा से जुड़े सभी मामलों को प्राथमिकता दी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी प्रक्रिया में अनावश्यक देरी न हो।
जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के मामले
बैठक में जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय से संबंधित सभी मामलों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने जोर देकर कहा कि शिक्षा से संबंधित कार्यों में पारदर्शिता और तत्परता होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करना चाहिए।
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बैठक में अधिकारियों की उपस्थिति
बैठक में भूमि सुधार उप समाहर्ता सह जिला स्थापना उप समाहर्ता मनीष कुमार और जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने बैठक में चर्चा किए गए विषयों पर अपनी राय प्रस्तुत की और समस्याओं के समाधान के लिए जरूरी सुझाव दिए।
शिक्षा के विकास के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता
बैठक के दौरान उपायुक्त ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विकास की दिशा में जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों और शिक्षकों को सभी आवश्यक संसाधन समय पर उपलब्ध कराए जाएं।
जिला शिक्षा स्थापना समिति की इस बैठक से स्पष्ट है कि प्रशासन जिले में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उपायुक्त के निर्देशों से यह उम्मीद है कि शिक्षा से जुड़े सभी लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा होगा और जिले में शिक्षा का स्तर और बेहतर होगा।