(धर्मेन्द्र सिंह) पाकुड़। झारखण्ड विकास परिषद एवं जिला बाल संरक्षण इकाई पाकुड़ के संयुक्त तत्वाधान में जिला स्तरीय बाल संरक्षण विभिन्न हितधारकों के साथ एक दिवसीय बैठक जिला बाल संरक्षण कार्यालय पाकुड़ में किया गया।
इस बैठक का उद्घाटन जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी व्यास ठाकुर व जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शंभू कुमार यादव, सदस्य सुबीर भटट्चार्य, रतन कुमार सिंह, जे०जे०बी, सदस्य रेणु कुमारी, मो० समीम आलम एवं परियोजना समन्वयक मनोरंजन सिंह के द्वारा संयुक्त रुप से किया गया।
परियोजना समन्वयक मनोरंजन सिंह के द्वारा बताया गया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य बाल संरक्षण मु्द्दे को लेकर बहु-हितधारकों के साथ वकालत अभियान चलाना एवं सर्वोतम प्रथाओं को उजागर करना जिन्हें जिला स्तर पर दोहराया जा सकें एवं सरकार से बेहतर समन्वय स्थापित करना है।
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी व्यास ठाकुर ने कहा कि पाकुड़ जिलें में मानव तस्करी एवं बाल संरक्षण के बहुत मामले आतें है जिनको सभी संस्थाओं एवं सरकार को समन्वय के साथ काम करने की जरुरत है जिससें मानव तस्करी एवं बाल यौन शोषण पर शक्ति के साथ रोक लगाने की जरुरत है जिससें बच्चों का समुचित देखभाल हो सकें।
जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शंभू कुमार यादव ने कहा कि बच्चों से संबंधित जो भी मामलें आतें है उसें त्वरित तौर पर बाल कल्याण समिति पाकुड़ के समक्ष प्रस्तुत करें जिससें समय पर बच्चों के सर्वोतम हित को ध्यान रखतें हुए उनको सरकार की सेवाएं एवं योजनाओं से जोड़ा जा सकें।
वहीं संरक्षण पदाधिकारी शमा परवीन ने कहा कि संस्थागत देखभाल के लिए पाकुड़ जिला में लडकियों के लिए होम नहीं है जिस कारण बच्चियों के पुनर्वास एवं संरक्षण के मामलें में बहुत दिक्कतें आती है।
विधि सह परवीक्षा पदाधिकारी विनय कुमार शर्मा के द्वारा बताया गया कि विधि का उल्लघंन करने वालें बच्चों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
मंडल संरक्षण पदाधिकारी देखभाल राजेश कुमार ने स्पॉन्सरशिप एवं फोस्टर योजना के बारें में विस्तृत जानकारी दी एवं कहा कि ऐसे बच्चों को चिन्हित कर जोड़ने की जरुरत है।
रेस्टलेंस डेवलपमेंट के जिला समन्वय दुर्गा शंकर ने कहा कि मिशन वात्सल्य के तहत पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति का गठन करनें की जरुरत है। इसके लिए बाल संरक्षण मुद्दे पर कार्य कर रही पाकुड़ जिला के संस्थाओं के साथ मिलकर जिला पंचायती राज पदाधिकारी को एक अनुरोध पत्र समर्पित करने को लेकर सहमति बनी।
संजय कुमार सिंह, अधीक्षक,बाल देखभाल संस्थान ने बताया कि जिला अर्न्तगत संचालित है जिन बच्चों को देखभाल एवं सरक्षण की जरुरत है उसें बाल कल्याण समिति के माध्यम से रखने का प्रावधान है।
मौके पर चाईल्ड हेल्प लाईन 112 के परियोजना समन्वयक मो० फैयाज आलम 112 के बारे में जानकारी दी कि कैसे यह नंबर बच्चों को मदद कर सकता है उसें सुरक्षा दिलाने में।
इस कार्यक्रम में उडान फाउन्डेशन कैलाश सत्यार्थी फॉउन्डेसन एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थें।
इस कार्यक्रम आयोजन में संस्था के मनोरंजन सिंह,मर्टिना हैम्ब्रम का सराहणीय योगदान रहा।