झारखंड के साहिबगंज में 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन (Illegal Mining) के मामले में आज ईडी (ED) पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) के सहयोगी के तौर पर पुलिस अधिकारियों से पूछताछ करेगी. ईडी इस केस में इन अधिकारियों की भूमिका का पता लगायेगी. इनमें से कई लोगों ने पंकज मिश्रा को फोन उपलब्ध कराने में मदद की थी साथ ही रिम्स में पेइंग वार्ड में भर्ती होने के दौरान मुलाकात भी की थी. आज यानी सोमवार को रांची के ईडी कार्यालय में रिटायर्ड डीएसपी व पूर्व में साहिबगंज में तैनात रहे अफसर यज्ञनारायण तिवारी से पूछताछ की जानी है.
इससे पहले भी ईडी ने इन्हें समन भेजा था, लेकिन यज्ञनारायण पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे. अब ईडी ने उन्हें दोबारा समन भेजकर 20 मार्च को तलब किया है. आज यज्ञनारायण तिवारी से ईडी इस मामले में कई अहम सवाल करेगी. इस मामले में चंदन यादव और सूरज पंडित के खिलाफ पहले ही वारंट लिया गया है. अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार पंकज मिश्रा से मिलने के आरोप में सब इंस्पेक्टर प्रयास दास से भी आज ईडी की टीम पूछताछ करेगी. वह फिलहाल बरियातु थाने में पदस्थापित हैं. ईडी ने उन्हें समन भेज कर 20 मार्च को पूछताछ के लिए हाजिर होने का निर्देश दिया है. रिम्स से मिले सीसीटी फुटेज की जांच के दौरान ईडी ने इन पुलिस अधिकारियों को पंकज मिश्रा से मिलने वालों के रूप में पहचान की थी.
ईडी ने जब्त की थी 36 करोड़ की रकम
पंकज मिश्रा को बीते साल 19 जुलाई को मनीलांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके पहले आठ जुलाई को पंकज मिश्रा के साहिबगंज स्थित आवास और उनके सहयोगियों के बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बड़हरवा पर 19 ठिकानों पर छापामारी की थी. इस दौरान 5.34 करोड़ रुपये नगद और कई दस्तावेज बरामद किये गये थे. बाद में जांच के दौरान ईडी ने पंकज मिश्रा और उनके प्रमुख सहयोगी दाहू यादव सहित अन्य के बैंक खातों में जमा 36 करोड़ से अधिक की रकम जब्त की गई थी.