- मासिक समीक्षा बैठक में क्रमवार सभी बिंदुओं पर विस्तार से की चर्चा, डीईओ एवं डीएसई को दिया जरूरी दिशा निर्देश
- समाहरणालय स्थित सभागार में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति का डीसी ने की समीक्षा
पाकुड़। उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग से जुड़े विभिन्न पदाधिकारियों के साथ बैठक कर शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में उपायुक्त ने ई- विद्या वाहिनी में शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति, छात्रवृत्ति, पोशाक, एमडीएम, पाठ्य पुस्तक आदि की समीक्षा करते हुए कई निर्देश दिए।
बैठक में उपायुक्त के द्वारा प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (मध्याहन भोजन) योजना की समीक्षा के क्रम में आच्छादन बढ़ाने को लेकर क्या क्या कारवाई की गई। इसकी जानकारी ली, इस दौरान बताया गया कि पाकुड़ प्रखंड के अपर प्राइमरी में आच्छादन मात्र 39 प्रतिशत हुए हैं। उपायुक्त ने बीईईओ को आच्छादन बढ़ाने को लेकर फील्ड में मेहनत करने का निर्देश दिया। साथ ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण खाना देने का निर्देश दिया। वैसे विद्यालय को चिन्हित करें जहां छात्र-छात्राओं की उपस्थिति औसत प्रतिशत 20 प्रतिशत से कम है। उपायुक्त ने वैसे विद्यालय में उपस्थित बढ़ाने को लेकर कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया।
उपायुक्त ने कहा कि सभी स्कूलों में नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में मध्यान भोजन का संचालन किया जाए एवं मध्यान भोजन में जो खाद्य सामग्री छात्र- छात्राओं को दी जाती है। उसका निरंतर निरीक्षण संबंधित पदाधिकारी के द्वारा किया जाएगा। आगे उपायुक्त ने कहा कि सरकार के द्वारा विद्यालय स्तर पर चलाई जा रही सारी योजनाओं का लाभ छात्र छात्राओं को मिले, इसके लिए शिक्षा विभाग के सभी कर्मी सजगता के साथ कार्य करें।
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ई- विद्यावाहिनी पोर्टल पर ही अटेंडेंस बनाएं
वहीं ई-विद्यावाहिनी पर शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति का उपायुक्त ने प्रखंडवार समीक्षा की। उपायुक्त ने ई- विद्या वाहिनी पर छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को लेकर पदाधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी से शिक्षक के विद्यालय में नियमित उपस्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। उपायुक्त के द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी शिक्षक ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज नहीं करने पर उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश जिला शिक्षा अधीक्षक को दिया गया। उपायुक्त के द्वारा सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में गैप एनालिसिस कर चार दिनों के अंदर प्रतिवेदन समर्पित करने का आदेश दिया गया। इस गैप में बेंच डेस्क की आवश्यकता, पेयजल, हॉस्टल रुम, वर्ग-कक्ष, बेड की संख्या, पंखा इत्यादि शामिल होंगे।
उपायुक्त ने समीक्षा बैठक में मौजूद जिले के सभी शिक्षा पदाधिकारियों से कहा कि जिले का विकास तभी हो सकता है जब शिक्षा का दर बढ़ेगा। शिक्षा का दर तभी बढ़ सकता है, जब शिक्षा विभाग से जुड़े पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के साथ काम करेंगे और स्कूलों और शिक्षा केंद्रों पर आने वाले बच्चों को शिक्षा के प्रति जागृत करेंगे।
इस बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला शिक्षा अधीक्षक मुकुल राज, एडीपीओ जयेंद्र मिश्रा, सभी प्रखंडों के बीईईओ, बीपीओ एवं बीआरपी समेत अन्य उपस्थित थे।