- मासिक समीक्षा बैठक में क्रमवार सभी बिंदुओं पर विस्तार से की चर्चा, डीईओ एवं डीएसई को दिया जरूरी दिशा निर्देश
- समाहरणालय स्थित सभागार में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति का डीसी ने की समीक्षा
पाकुड़। उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने बुधवार को शिक्षा विभाग से जुड़े विभिन्न पदाधिकारियों के साथ बैठक कर शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की।
समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में उपायुक्त ने बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन कराने को लेकर, ई- विद्या वाहिनी में शिक्षकों एवं छात्रों की उपस्थिति, छात्रवृत्ति, पोशाक, एमडीएम, पाठ्य पुस्तक आदि की समीक्षा करते हुए कई निर्देश दिए। वहीं जिला स्तर पर छात्रवृत्ति योजना के तहत किए जा रहे कार्यो की अद्यतन स्थिति से अवगत हुए।
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि शत प्रतिशत बच्चों का नामांकन विद्यालय में करवाना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त उन्होंने जिले के सभी विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं यथा बिजली, पानी, शौचालय, बेंच, डेस्क जैसे जरूरी सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली एवं निर्देश दिया कि सभी विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं अनिवार्य रूप से बहाल होनी चाहिए ताकि बच्चों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े। यू-डाईस के समीक्षा के कम में बचे हुए डाटा को कैंप लगाकर तीन दिनों में शत प्रतिशत करने का निर्देश बीईईओ एवं सीआरपी को दिया गया। वहीं पाठ्य पुस्तक के समीक्षा के क्रम में पाकुड़ प्रखंड का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उपायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए पाकुड़ बीईईओ को शत प्रतिशत पाठ्य पुस्तक वितरण करने का सख्त निर्देश दिया।
ई- विद्यावाहिनी पोर्टल पर ही अटेंडेंस बनाएं
वहीं ई-विद्यावाहिनी पर शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति का उपायुक्त ने प्रखंडवार समीक्षा की। उपायुक्त ने ई- विद्या वाहिनी पर छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को लेकर पदाधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने कहा कि अगर कोई भी शिक्षक बिना सूचना के महीनों भर गायब रहते है तो ऐसे शिक्षक को निलंबित करते हुए पप्रत्र- क गठित करने का निर्देश डीईओ एवं डीएसई को दिया।
बैठक में उपायुक्त के द्वारा प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (मध्याहन भोजन) योजना की समीक्षा करते हुए जिले का अच्छादन दर बढ़ाने के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि सभी स्कूलों में नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में मध्यान भोजन का संचालन किया जाए एवं मध्यान भोजन में जो खाद्य सामग्री छात्र- छात्राओं को दी जाती है। उसका निरंतर निरीक्षण संबंधित पदाधिकारी के द्वारा किया जाएगा।
आगे उपायुक्त ने कहा कि सरकार के द्वारा विद्यालय स्तर पर चलाई जा रही सारी योजनाओं का लाभ छात्र छात्राओं को मिले, इसके लिए शिक्षा विभाग के सभी कर्मी सजगता के साथ कार्य करें।
उपायुक्त ने समीक्षा बैठक में मौजूद जिले के सभी शिक्षा पदाधिकारियों से कहा कि जिले का विकास तभी हो सकता है जब शिक्षा का दर बढ़ेगा। शिक्षा का दर तभी बढ़ सकता है, जब शिक्षा विभाग से जुड़े पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के साथ काम करेंगे और स्कूलों और शिक्षा केंद्रों पर आने वाले बच्चों को शिक्षा के प्रति जागृत करेंगे।
इस बैठक में सहायक समाहर्ता (भा०प्र०से०) कृष्णकांत कनवाड़िया, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी, जिला शिक्षा अधीक्षक मुकुल राज, एडीपीओ जयेंद्र मिश्रा, सभी प्रखंडों के बीईईओ, बीपीओ, एसएमपीओ पवन कुमार एवं बीआरपी समेत अन्य उपस्थित थे।