पाकुड़। जिले के आमड़ापाड़ा प्रखंड के सभागार में प्रखंड प्रमुख जूही प्रिया मरांडी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ समिति पाकुड़, जिला यक्ष्मा केंद्र पाकुड़, पंचायती राज संस्था एवं पिरामल फाउंडेशन के सहयोग से टीबी उन्मूलन के दिशा में सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए “स्वस्थ गाँव” की परिकल्पना की गयी है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० प्रेम कुमार मरांडी ने बताया की स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं ग्रामीण स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा आयुष्मान भारत- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं ग्राम पंचायत सदस्यो के सहयोग से टीबी उन्मूलन की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं।
पिरामल फाउंडेशन के मनोज महतो ने बताया की पाकुड़ जनजातीय बाहुल्य जिला होने के कारण जनजातीय समुदाय में यक्ष्मा से मुक्ति हेतू पंचायत राज संस्था के सदस्य जैसे प्रखंड प्रमुख, उपप्रमुख, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्यों एवं समुदाय के संभावित वयक्तियों द्वारा ग्राम क्षेत्र से टी . वी. के संभावित मरीजों हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ केंद्र रेफर करने में अहम योगदान रहेगा।
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पिरामल फाउंडेशन के अर्जुन दास ने बताया की अब राज्य तथा केंद्र सरकार ‘टीबी मुक्त पंचायत‘ पहल के तहत पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए प्रयासरत है।
प्रखंड प्रमुख ने बताया की पंचायत राज के सदस्य जन आरोग्य समिति, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की बैठकों में टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने की शर्तों, संकेतकों पर प्रगति की समीक्षा करेंगे एवं कठिनाईयों का समाधान करने का प्रयास करेंगे।
उक्त बैठक उपप्रमुख, सभी पंचायत समिति, सभी पंचायत के मुखिया, पंचायत राज के प्रखंड समन्वयक, सी एच ए आई संस्था के मो. वसीम अंसारी शामिल थे।