पाकुड़। जिला मुख्यालय के शहरकोल स्थित जयसवाल परामर्श धर्मशाला में जयसवाल समाज का परिवारिक मिलन समारोह का आयोजन पूरे उल्लास के साथ किया गया। सम्मेलन में सबसे पहले समाज के दिवांगत सदस्यों को श्रद्वांजलि अर्पीत किया गया। इसके बाद सम्मेलन का उद्घाटन समाज के अध्यक्ष प्रेम भगत, सचिव राजेश जायसवाल के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
उद्घाटन के बाद अध्यक्षीय भाषण देते हुए समाज के अध्यक्ष प्रेम भगत ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से ही यह पारिवारिक मिलन समारोह सफल होता आया है और वर्तमान में भी पूरी तरह से आयोजन सफल रहा है।
उन्होने कहा कि समाज तभी आगे बढ़ता है जब सभी लोग सकारात्मक सोच के साथ एकजुट होकर इस तरह के कार्यक्रम में अपनी भागीदारी निभाते हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में समाज को आगे बढ़ाने के लिए हमें शिक्षा के साथ साथ संस्कार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज के समय में शिक्षा का जितना महत्व है उतना ही संस्कारित होना भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि समाज के आने वाली पीढ़ी जब तक शिक्षित और संस्कारित नहीं होगी तब तक समाज सशक्त नहीं हो सकता यह मेरा मानना है। उन्होंने कहा कि हमें अपने आने वाली पीढ़ी को शिक्षित करना होगा साथ ही उन्हें संस्कार वान बनाते हुये तकनीकी ज्ञान भी देना होगा। समाज के अध्यक्ष ने कहा कि हमें समाज को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास करना है।
वही अध्यक्ष के भाषण के बाद सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा कई खेलकूद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के बच्चों ने भाग लिया। सम्मेलन के अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेल प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
मौके पर समाज के विजय जयसवाल, संजय जयसवाल, आनंद चैधरी, किशोर भगत, अर्पित चैधरी, रवि जायसवाल, उत्तम जायसवाल, रविन्द्र जायसवाल, संजय जायसवाल, रामजी भगत, मुकेश चैधरी, जयप्रकाश जयसवाल, रिंकी जायसवाल, सपना जायसवाल, दीपमाला जायसवाल, पूनम भगत, अनिता जयसवाल, पंकज जायसवाल, भगवान जी जायसवाल, सुमन चैधरी समेत दर्जनों सदस्य मौजूद थे।