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धीरज कुमार/किशनगंज. बिहार के किसान अब धान, गेहूं की खेती से इतर सब्जी और मसालों की खेती कर रहे हैं.पिछले कई वर्षों से बिहार के किशनगंज जिले के किसानों ने मोटी फसलों के अपेक्षा वैकल्पिक खेती पर ज्यादा जोर दिया है. जिसका परिणाम यह है कि जिले में चाय, ड्रैगन फ्रूट्स, केला और सब्जियों की बंपर पैदाकर लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसे ही एक किसान हैं मुजीबूर रहमान. जो मिर्च की खेती वृहद पैमाने पर करते हैं. तीन में लाखों की कमाई करते हैं.
मुजीबूर रहमान ने बताया किकिसान अब पारंपरिक खेती के साथ-साथ सब्जियों की खेती से बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. खास बात ये है कि इससे रोजाना मुनाफे होताहै. इससे किसान काफी खुश हैं. Local-18 से बताते हुए ज़िले के डेरामारी के किसान मुजीबूर रहमान ने बताया कि इस बार एक बीघा में मिर्च की खेती कर 1 लाख रुपये तक का मुनाफा कमाया हूं. मिर्च के अलावा भिंडी की भी खेती करते हैं.
मात्र 3 महीने में ऊपज जाती है मिर्च
बुआई के बारे में बात करते हुए मुजीबूर रहमान ने बताया कि मिर्च की उत्पादन तीन महीने में होनी शुरू हो जाती है. किसान इसे अप्रैल के महीने में बोते हैं, तो जुलाई में पौधे से मिर्च निकलना शुरू हो जाता है.बरसात आते-आते मिर्च पूरी तरह से मार्केट में उतर जाती है. मात्र तीन महीने में रोजाना अच्छा मुनाफा होता है. किसान के लिए यह फायदे की खेती है.
1 बीघे में 10-15 हजार रुपये खर्च होंगे
मिर्च की खेती में लागत की बात करें तो एक बीघे में बमुश्किल 10-15 हजार रुपए तक का खर्च आएगा.तरीके से देख-रेख हो तो मुनाफा लाखों का होता है. मिर्च की खेती दोमट या बलूई मिट्टी में की जा सकती है. अगर किसान एक हेक्टेयर में मिर्च की खेती करने का प्लान बना रहे हैं, तो उसके लिए उन्हें सबसे पहले नर्सरी तैयार करनी होगी. नर्सरी तैयार करने के लिए करीब 5 से 7 किलो मिर्च की आवश्यकता होगी. 5 किलो मिर्च के बीच खरीदने पर आपके 10 से 15 हजार रुपये खर्च होंगे.
यदि आप हाइब्रिड बीज खरीद रहे हैं, तो इसके लिए 20 हजार रुपये खर्च करने होंगे. फिर, आप नर्सरी के अंदर बीज की बुवाई कर सकते हैं. एक महीने के बाद नर्सरी में मिर्च के पौधे तैयार हो जाएंगे. इसके बाद आप पहले से तैयार खेत में मिर्च की रोपाई कर सकते हैं.
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Tags: Bihar News, Kishanganj, Local18
FIRST PUBLISHED : August 10, 2023, 20:38 IST
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