Tuesday, May 13, 2025
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मछली पालन से बदली किसान की किस्मत, हो रही बंपर कमाई, दूसरों के लिए बने प्रेरणा

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अंकित कुमार सिंह/सीवान : बिहार के सीवान में इन दिनों किसान खुद का स्वरोजगार सृजित कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं.  दूसरों को भी आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दे रहे हैं. सिवान के कैसे ही किसान जयप्रकाश सिंह है जो मछली पालन कर सालाना 10 लाख की कमाई कर रहे हैं. इससे पहले जयप्रकाश सिंह दुबई में काम करने के लिए गए थे. जहां लंबे समय तक रहकर काम भी किया. हालांकि घर आने के बाद खुद का रोजगार शुरू करने का विचार कर मत्स्य पालन को चुना. अब मछली पालन कर अच्छी कमाई कर रहे हैं.

जिला के महुआबारी गांव के रहने वाले जयप्रकाश सिंह ने चार साल पूर्व मत्स्य पालन की शुरुआत की थी. सबसे पहले उन्होंने एक बीघा में तलाब खुदवाया और इसके बाद मत्स्य पालन शुरू किया. जयप्रकाश सिंह के लिए यह पहली बार एक तरह से प्रयोग हीं था. पहले ही प्रयास में उम्मीद से बेहतर मछलियां तैयार हुई और इसे आमदनी भी बढ़ी. इसके बाद व्यवसाय को व्यापक रूप देते हुए 3 बीघे में तालाब खुदवाया और मछलियां पालने लगे. तीन बीघा के तालाब से दो बार में 300 से 400 क्विंटल मछलियों का उत्पादन हुआ. जिसे जयप्रकाश सिंह ने बाजार में बेचकर लगभग 10 लाख रुपए की बचत की.

बिहार के साथ यूपी तक जाती है सीवान से मछलियां
जयप्रकाश सिंह के पुत्र रजनीश कुमार सिंह ने बताया कि मछलियां तैयार होने के बाद व्यापारी उनके तालाब पर आकर खरीद कर ले जाते हैं. उनकी मछलियां लोकल मार्केट के साथ-साथ बिहार के सीवान, गोपालगंज, छपरा सहित उत्तर प्रदेश के देवरिया, गोरखपुर तक जाता है. उनके पास रोहू, कतला, गड़ास, प्यासी, कमलकट, बिग्रेड सहित कई तरह की मछलियां मिलती है. यही नहीं ये लोग मछलियों के सीड्स (बच्चा) भी तैयार कर सप्लाई करते हैं. मछली पालन में साल में लगभग 3 से 4 लाख ख़र्च आता है और आराम से 10 लाख की बचत हो जाती है.

इलाके के किसानों को भी मछली पालन से जोड़ने का कर रहे हैं काम
जयप्रकाश सिंह के पुत्र रजनीश बताते हैं कि उनके पिता जयप्रकाश सिंह खुद तो मत्स्य पालन कर हीं रहे हैं. इसके साथ अन्य किसानों को मदद कर आत्मनिर्भर बनाने का भी काम कर रहे हैं. आस-पास के किसानों को बीज देकर उन्हें भी मत्स्य पालन के कारोबार में जोड़ा है. मत्स्य पालन से जुड़कर किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बहुत ही जल्द व्यापक स्तर पर हैचरी भी खोला जाएगा, ताकि बड़े स्तर पर मछलियों के बीज का सेलिंग किया जा सके.

Tags: Bihar News, Local18, Siwan news

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