Wednesday, June 11, 2025
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हाईटेक टेक्नोलॉजी और मोबाइल ऐप से होगी जंगल तथा जंगली जानवरों की रखवाली

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आशीष कुमार/ पश्चिम चम्पारण. मानसून शुरू हो चुका है. ऐसे में बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में अब सफारी भी बंद हो चुका है. दरअसल, भारी बारिश तथा तेज हवा से जंगल में पेड़ों के गिरने, सड़कों के टूटने और जंगली जानवरों के मीटिंग सीजन होने की वजह से मानसून आते ही जंगल सफारी को रोक दिया जाता है. हालांकि शिकारियों तथा तस्करों पर नकेल कसने और जंगल सहित बाघ एवं अन्य जंगली जानवरों की रक्षा हेतु वीटीआर प्रशासन इस बार हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला है. इस हाईटेक टेक्नोलॉजी में एमएसटीआर आईपीएस नाम के मोबाइल ऐप व स्मार्ट स्टिक को शामिल किया गया है.

बता दें कि इस हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए वीटीआर प्रशासन ने उड़नदस्ता व पेट्रोलिंग टीम का गठन किया है. जिसमें वीटीआर के सभी वनक्षेत्रों में 200 स्मार्ट स्टीक के साथ साथ मोबाइल ऐपयूज करने के लिए गठित टीम को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा चुका है. इस संबंध में वीटीआर वन प्रमंडल-1 के डीएफओ ने बताया कि मानसून ने दस्तक दे दी है. ऐसे में जंगल व जानवरों की सुरक्षा के साथ साथ तस्करों व वन अपराधियों पर नकेल कसने के लिए वीटीआर प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है.

पेट्रोलिंग टीम के अलावा निगरानी टीम का भी गठन

डीएफओ के अनुसार मानसून के दिनों में बारिश की वजह से जंगल में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. ऐसे में जंगली जानवर सुरक्षित जगहों की तलाश में जंगल से सटे गांवों की ओर भटक जाते हैं. इससे जानवरों के साथ इन्सानों पर भी खतरा मंडराने लगता है. ऐसे में पेट्रोलिंग टीम के आलावा और टीम का भी गठन किया गया है, जो जंगल से भटके जानवरों पर विशेष नजर बनाए रखेगी. पेट्रोलिंग टीम द्वारा मोबाइल में एमएसटीआर आईपीएस ऐपका इस्तेमाल किया जा रहा है. यह ऐपपेट्रोलिंग टीम की हर एक गतिविधि और पेट्रोलिंग की जानकारी देती रहेगी. इससे अधिकारी को पता चल सकेगा की पेट्रोलिंग टीम काम कर रही है या नहीं.

Tags: Agriculture, Barh bihar, Local18

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