पाकुड़। प्रखंड सभागार कक्ष में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) की अध्यक्षता में प्रखंड स्तरीय सलाहकार समिति का गठन किया गया। यह आयोजन GRC (ग्रामीण विकास समिति) के तत्वावधान में संपन्न हुआ, जिसमें सखी मंडल से जुड़ी महिलाओं को न्याय दिलाने और उन्हें उत्पीड़न से बचाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं।
इस कार्यक्रम में महिलाओं के साथ हिंसा और उत्पीड़न की रोकथाम के लिए विस्तृत जानकारी दी गई। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सभी प्रतिनिधियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करना समिति का प्रमुख उद्देश्य है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) के पीएलवी (पारा लीगल वॉलंटियर) द्वारा पीड़ित महिलाओं को मिलने वाली मुफ्त कानूनी सहायता के बारे में विस्तार से बताया गया। पीएलवी ने समझाया कि कैसे महिलाएं कानूनी सहायता प्राप्त कर सकती हैं और किस प्रकार कानूनी प्रक्रियाओं का लाभ उठा सकती हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि ने भी अपने विचार साझा किए और बताया कि पीड़ित महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिलने वाली सुविधाओं का लाभ कैसे उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं का सही समय पर उपयोग महिलाओं की स्थिति में सुधार ला सकता है और उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है।
जिला प्रशासन ने भी इस कार्यक्रम में भरपूर सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई। सभी प्रतिनिधियों ने महिलाओं की सुरक्षा, न्याय और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन महिलाओं को जागरूक करने और उन्हें सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चदना माल पहाड़िया को CLF (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) की मुख्य प्रतिनिधि दीदियों ने बुके देकर स्वागत किया। उनके स्वागत में सभी ने खड़े होकर ताली बजाई और उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर चदना माल पहाड़िया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हमें मिलजुल कर काम करना होगा और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों ने भाग लिया, जिनमें सविता कुमारी (CDPO), स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर गुफराम आलम, अजीत कुमार राय, राजकिशोर यादव, राम उरांव ASI, नीरज कुमार राउत, पिंकी मंडल, मोकमाउल शेख PLV (DLSA), अनामिका बोस RCG, श्वेता कुमारी, सारथी कुमारी, मोहन साहा, सबीना यास्मीन, पोलीना मूर्मू, संतोषिणी हेंब्रम, सुदिप्ता मरांडी, जाह्नवी देवी, दुलाली मंडल, सकीना खातुन, इंदू प्रवीण वीवी, शिवली सुनाई, हाजरा खातुन, विसनी देवी, साजिदा वीवी और अन्य सखी मंडल की दीदियाँ उपस्थित थीं।
सभी उपस्थित प्रतिनिधियों ने अपने विचार साझा किए और महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को न्याय दिलाने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हमें समाज में व्यापक जागरूकता फैलानी होगी।
कार्यक्रम के अंत में प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सभी उपस्थित लोगों का धन्यवाद किया और महिलाओं की सुरक्षा और न्याय की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को सराहा। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने अधिकारों के प्रति सजग होती हैं।
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समाज के सभी वर्गों को मिलकर काम करना होगा। इस तरह के कार्यक्रमों से न केवल महिलाओं को न्याय मिलता है, बल्कि समाज में उनके प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना भी बढ़ती है।
प्रखंड स्तरीय सलाहकार समिति का गठन एक महत्वपूर्ण कदम है, जो महिलाओं के प्रति हो रहे अन्याय और उत्पीड़न को रोकने में सहायक होगा। इस समिति के माध्यम से महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।