पाकुड़। गणतंत्र दिवस के पूर्व दिवस पर आर्ट ऑफ गिविंग और पाकुड़ जिला वॉलीबॉल संघ के संयुक्त तत्वावधान में ‘मैराथन फॉर एजुकेशन’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा और खेल के प्रति जागरूकता फैलाना और समाज के हर वर्ग को शिक्षा के महत्व से जोड़ना था। यह आयोजन पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर से प्रारंभ होकर अंबेडकर चौक तक हुआ, जिसमें 70 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया।
रेलवे स्टेशन परिसर से दौड़ को मिली हरी झंडी
इस कार्यक्रम का उद्घाटन रेलवे स्टेशन परिसर से किया गया, जहां उपस्थित स्टेशन प्रबंधक लखीराम हेंब्रम, ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौबे, सचिव संजय कुमार ओझा, और ईजरप्पा के सचिव राणा शुक्ला ने दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर जिला वॉलीबॉल संघ के सचिव हिसाबी राय और अन्य प्रमुख सदस्य भी मौजूद थे। मैराथन दौड़ के दौरान विद्यार्थियों और युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और शिक्षा और खेल के महत्व को समझाने वाले इस आयोजन को सफल बनाया।
खेल और शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास
कार्यक्रम में जिला वॉलीबॉल संघ के सचिव हिसाबी राय ने कहा कि इस राज्यव्यापी कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा और खेल के प्रति जागरूकता लाना है। उन्होंने कहा, “समाज के हर वर्ग को शिक्षा के महत्व से जोड़ना और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरित करना इस आयोजन का लक्ष्य है।” इस दौरान स्टेशन प्रबंधक लखीराम हेंब्रम ने भी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए खेल के माध्यम से अनुशासन और एकता के महत्व को समझाया।
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प्रतिभागियों ने दिखाया जोश और जज्बा
इस दौड़ में न केवल विद्यार्थियों ने बल्कि कई अनुभवी खिलाड़ियों और युवाओं ने भी भाग लिया। प्रमुख प्रतिभागियों में अजय राय, मुन्ना रविदास, उजय राय, अविनाश पंडित, निर्भय सिंह, रतुल दे, अभिषेक कुमार और लाल्टू भौमिक शामिल थे। सभी ने अपनी ऊर्जा और जोश के साथ दौड़ में हिस्सा लिया और इसे सफल बनाया।
मैराथन में शीर्ष स्थान पाने वाले विजेता
‘मैराथन फॉर एजुकेशन’ में प्रतिभागियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। दौड़ का समापन रेलवे मैदान, पाकुड़ में हुआ। इस प्रतियोगिता में जितेश रजक ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि कृष्णा घोष और इंद्रजीत कर्मकार ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। इन विजेताओं को आयोजकों ने सम्मानित किया और उनकी उपलब्धियों की सराहना की।
धावकों की बड़ी संख्या ने बनाया माहौल खास
मैराथन में दर्जनों प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें कपिल रजक, राजनाथ गुप्ता, अभिनव ओझा, अंजनी कुमार मिश्रा, रोहित घोष, रोशन भगत, सोमू भास्कर, कन्हैया कुमार, जीत सरदार, शिवम पंडित, इंद्रजीत कर्मकार, कबीर सरदार, सन्नी तिवारी, मनीष सरकार और अर्जित दास जैसे नाम शामिल थे। इन प्रतिभागियों ने शिक्षा और खेल के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दौड़ में भाग लिया और इस आयोजन को सफल बनाया।
संबोधन और संदेश
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्टेशन प्रबंधक लखीराम हेंब्रम ने कहा कि खेल युवाओं में अनुशासन और टीम भावना का विकास करता है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। वहीं, राणा शुक्ला ने शिक्षा और खेल की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि दोनों के मेल से ही समाज का समग्र विकास संभव है।
‘मैराथन फॉर एजुकेशन’ न केवल एक दौड़ थी, बल्कि यह शिक्षा और खेल के प्रति जागरूकता का प्रतीक बन गई। यह आयोजन एक प्रेरणा का स्रोत साबित हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने शिक्षा के महत्व और खेल की भावना को साथ लेकर समाज में एक सकारात्मक संदेश दिया। आयोजकों ने इसे सफल बनाने में जुटे सभी लोगों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में इस तरह के और भी आयोजन करने का आश्वासन दिया।