Thursday, May 15, 2025
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50 वर्ष पुरानी इस दुकान में मिलता है बेहद लजीज गुलाब-जामुन

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विशाल कुमार/छपरा. मिठाई का जेहन में ख्याल आते ही मुंह में पानी आना लाजिमी है. बाजार में एक से बढ़कर एक लजीज मिठाई उपलब्ध है. छपरा के विभिन्न स्थानों पर आपने गुलाब जामुन तो जरूर खाया होगा, लेकिन छपरा शहर से 3 किलोमीटर पश्चिम इनई पुल के पास मिठाई की एक खास दुकान है. यहां का गुलाब जामुन काफी स्वादिष्ट होता है.

इस लजीज मिठाई को खाने के लिए आपको छपरा के इनई पुल के पास रामेश्वर सिंह की दुकान पर जाना पड़ेगा. यहां का गुलाब जामुन अपने स्वाद और साइज के मामले में काफी प्रसिद्ध है. जो एक बार चख लेते है दोबारा यहां आते हैं. 50 वर्ष से रामेश्वर सिंह की दुकान शुद्ध मिठाई खिलाकर छपरा वासियों के दिल पर राज कर रहा है. इस दुकान में गुलाब जामुन खाने के लिए छपरा के हर कोने से लोग पहुंचते हैं.

50 वर्ष पुराना है रामेश्वर सिंह मिष्ठान भंडार


स्थानीय लोगों ने बताया कि रामेश्वर सिंह मिष्ठान भंडार पिछले 50 वर्षों से छपरा वासियों को रसगुल्ला, छेना सहित प्रसिद्ध मिठाई गुलाब जामुन खिला रहा है. हालांकि रामेश्वर सिंह मिष्ठान भंडार ने अपनी क्वालिटी से कभी समझौता नहीं किया. मिठाई के स्वाद के संबंध में ग्राहक राजू यादव ने बताया कि पिछले 25 वर्षो से यहां की मिठाई खा रहे हैं.

गुलाब जामुन में जो स्वाद पहले मिलता था, वही स्वाद आज भी मिलता है. उन्होंने बताया कि रामेश्वर सिंह के नाम से यह दुकान काफी प्रसिद्ध है और उन्हीं के द्वारा पहले संचालित किया जाता था. अब उनके पुत्र दुकान चला रहे हैं. यहां के गुलाब जामुन का क्रेज इतना है कि लोग शादी से लेकर अन्य प्रकार के आयोजन में ऑर्डर देकर मंगवाते हैं.

500 पीस गुलाब जामुन की रोजाना हो जाती है बिक्री

मिठाई दुकानदार पवन कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से दूध मंगाया जाता है. कोयले की आंच पर दूध को खौलाकर खोवा निकाला जाता है. वहीं खोवा निकालने के बाद उसे हवा में कुछ देर के लिए छोड़ दिया जाता है. हल्का ठंडा होने पर गुलाब जामुन बनाया जाता है.

इस वजह से मिठाई का स्वाग बेहद लाजवाब हो जाता है और लोग इसे काफी दूर-दूर से खरीदने के लिए आते हैं. उन्होंने बताया कि एक पीस गुलाब जामुन 10 रूपए में बेचा जाता है. जबकि 250 रूपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है. दुकानदार ने बताया कि इस दुकान पर रोजाना एक क्विंटल दूध की खपत है. रोजाना 500 पीस गुलाब जामुन मिठाई की बिक्री हो जाती है. वहीं किलो में बिक्री की बात करें तो रोजाना 60 से 70 किलो गुलाब जामुन की बिक्री होती है.

Tags: Bihar News, Food 18, Local18, Saran News

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