Saturday, May 10, 2025
Homeआर्थिक तंगी के कारण गुमला की असुंता नहीं जा पा रहीं पैरा...

आर्थिक तंगी के कारण गुमला की असुंता नहीं जा पा रहीं पैरा थ्रो के लिए मलेशिया

देश प्रहरी की खबरें अब Google news पर

क्लिक करें

[ad_1]

अनंत कुमार/गुमला. गुमला की दिव्यांग खिलाड़ी असुंता टोप्पो मलेशिया में होने वाली पैरा थ्रो बॉल प्रतियोगिता में नहीं जा पा रहीं, हालांकि इस प्रतियोगिता के लिए उनका चयन हो चुका है. यह प्रतियोगिता 27 जुलाई से 31 जुलाई तक मलेशिया में होनी है. दरअसल, मलेशिया के इस टूर पर जाने में आर्थिक तंगी आड़े आ रही है. बता दें कि असुंता टोप्पो इससे पहले भारत-नेपाल में आयोजित पैरा थ्रो बॉल प्रतियोगिता में देश के लिए गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं.

असुंता टोप्पो ने बताया कि उनका चयन मलेशिया में होनेवाली पैरा थ्रो बॉल प्रतियोगिता में हो चुका है. मगर मलेशिया खेलने जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में 66 हजार रुपए का खर्च आ रहा है. रजिस्ट्रेशन के लिए यह पैसा जुटाने में वह असमर्थ हैं. असुंता ने बताया कि रजिस्ट्रेशन चार्ज देखने के बाद खेल के प्रति जुनून को मैंने अपने ही अंदर दबा लिया. सरकार की ओर से खेलने जाने के लिए कोई फंड नहीं मिलता है. जितने भी खिलाड़ी खेलने जाते हैं उन्हें अपने पैसे से ही जाना पड़ता है.

असुंता ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गुमला के उपायुक्त सुशांत गौरव से मदद की गुहार लगाई है. असुंता ने कहा कि प्रशासनिक तौर पर मदद मिलने से मैं बेहतर प्रदर्शन करते हुए देश के लिए मेडल दिलाऊंगी. बताते चलें कि असुंता टोप्पो पैर से दिव्यांग हैं. माता-पिता की मौत के बाद आर्थिक तंगी झेल रही हैं. दिव्यांग पेंशन के तौर पर मिलने वाले 1000 रु प्रति माह और बड़ी बहनों द्वारा समय-समय पर मिलने वाले कुछ सहयोग से उन्होंने पीजी तक की पढ़ाई पूरी की है. खेल के प्रति बचपन से वे जुनूनी रही हैं. हर बाधा को पीछे छोड़ते हुए असुंता ने अपनी काबिलियत और मेहनत के बलबूते बेहतर प्रदर्शन करते हुए पैरा थ्रो बॉल इंडिया टीम में जगह बनाई.

आर्थिक तंगी के कारण असुंता को मलेशिया जाने में बाधा हो रही है. पिछली बार नेपाल जाने के लिए असुंता ने कई सरकारी दरवाजे खटखटाए, मगर कहीं से कोई मदद नहीं मिली. तब असुंता ने अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से मदद लेकर भारत के लिए खेलने नेपाल गईं और नेपाल से भारत के लिए गोल्ड मेडल लेकर लौटीं.

अंसुता ने देश के कई राज्यों में खेलते हुए कई सर्टिफिकेट बटोरी है.मगर मलेशिया खेलने जाने के लिए उनका कोई सर्टिफिकेट काम नहीं आ रहा है. असुंता को अब बस सरकार व प्रशासन से मदद की आस है. कहीं से उसे पैसों की मदद मिले तो वह फिर एक बार अपने हौसले के साथ देश के लिए खेलने मलेशिया जा सके और देश का नाम रोशन कर सकें.

Tags: Gumla news, Local18, Sports news

[ad_2]

Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments