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नीरज कुमार/बेगूसराय : अपनी कविताओं से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले कुमार विश्वास आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. ऐसे में वो बिहार के बेगूसराय में एक कवि सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे यहां पर उन्होंने अपनी कविताओं से लोगों को अपनी कविताओं गीतों गजलों का दीवाना ही नहीं बनाया बल्कि बेगूसराय के रहने वाले एक युवकों को गजलकार बनने की प्रेरणा भी दे गए.
जी हां हम बात कर रहे हैं बेगूसराय जिले के बखरी के रहने वाले मनीष मोहक की . इनका चयन की देश की राजधानी दिल्ली में हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में गजल के क्षेत्र में अपनी बातों को रखने के लिए इनका चयन भी किया गया है.
सुनने गए थे विश्वास व महेंद्र अजनबी को, अब इनके साथ सुनाएंगे गजल
मनीष मोहन ने लोकल 18 से अपनी शुरुआत की कहानी बयां करते हुए बताया वर्ष 2017 में जिला प्रशासन के द्वारा बेगूसराय में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें देश के नामचीन कवि डॉक्टर कुमार विश्वास, महेंद्र अजनबी, अनामिका जैन जैसे देश के मशहूर कवियों ने अपनी कविताएं गजल सुनाया. वही इस कार्यक्रम में जिले वासियों ने शिरकत किया.
वहीं इसे सुनते आए मनीष मोहन ने यहीं से गजलकार बनने की ठान ली. इन्होंने देखा कि कवियों को मान सम्मान के साथ-साथ काफी पैसा और शोहरत मिलती है. फिर क्या था अपनी कलम से कुछ लिखना शुरू कर दिया. अब तक तीन से अधिक गजल की पुस्तकों में अपनी रचनाएं लिख चुके हैं.
हिंदुस्तानी भाषा अकादमी कार्यक्रम में सुनाएंगे गज़ल
मनीष मोहक का चयन हिंदुस्तान भाषा अकादमी के द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रतीक्षा होने वाले कवि सम्मेलन में इनके गजलों का चयन किया गया. ऐसे में यहां से देश के हिंदी भाषा भारती श्रोताओं के बीच अपनी ग़ज़ल की प्रस्तुति करेंगे. इन्होंने बताया सबसे पहले इनकी गजलें न्यूज़ 18 उर्दू पर लाइव दिखाया गया था. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कल तक बेगूसराय जिले की साहित्य के क्षेत्र में पहचान राष्ट्र कभी रामधारी सिंह दिनकर के नाम से हुआ करता था, लेकिन अब इस कड़ी में मनीष मोहन से भी बेगूसराय की पहचान होगी.
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Tags: Begusarai news, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : July 19, 2023, 22:30 IST
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