पाकुड़। झारखंड मुक्ति मोर्चा के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इकबाल ने दावा किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की गिरफ्त से बेदाग होकर सामने आएंगे। उन्होंने एक बयान जारी कर भाजपा को निशाना पर लेते हुए कहा कि पहले झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया गया। विधायकों को तोड़ने की कोशिश हुई। जब इस प्रयास में नाकामी मिली तो केंद्रीय एजेंसी को लगाया गया, हेमंत सोरेन ने विधानसभा के विशेष सत्र में कहा है कि उनके खिलाफ एक भी प्रमाण दिया तो संन्यास ले लूंगा। ईडी के पास कोई प्रमाण नहीं है। हेमंत सोरेन कह रहे हैं कि उनकी जमीन नहीं है लेकिन केंद्रीय एजेंसी इसे जबरन घोटाला बता रही है। एक आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान केंद्र सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
झामुमो के पूर्व केंद्रीय समिति सदस्य शाहिद इक़बाल ने कहा कि पहले विकास से झारखंड वंचित रहा था, विकास क्या होता है जनता जानती नहीं थी, विकास पिछले 4 साल में हेमंत सोरेन के नेतृत्व और मार्गदर्शन में हुआ। कोरोना, सुखाड एवं विपक्ष के द्वारा सरकार को अस्थिर करने का प्रयास के बावजूद भी विकास अवरुद्ध नहीं हुआ। कल भी सोरेन सरकार थी आज भी सोरेन सरकार है और कल भी सोरेन सरकार रहेगा।
उन्होंने कहा कि गुरुजी शिबू सोरेन की परिकल्पना और हेमंत सोरेन की सोच को आगे बढ़ायेगी। तीन कमरे के अबुआ आवास देने के अपने वादे को झारखंड सरकार ने पुरा किया। दुआ करें कि हेमंत सोरेन बाहर आये और नेतृत्व बरकरार रहे।