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आकाश कुमार/जमशेदपुर. लौहनगरी जमशेदपुर में स्थित 1935 का इमारत भरुचा मेंशन बिष्टुपुर में है. जिसमें एक कैफे जो वरुण गजधर के द्वारा पिछले 10 साल से संचालित किया जा रहा है, जिसका नाम है कैफे रीगल. जहां आपको देश विदेश की पौराणिक चीजों की झलक देखने को मिलेगी. यह कैफे एक विंटेज थीम कैफे है, जहां आपको 1920 दशक की टूल और टेबल देखने को मिलेगी. 1939 की बेल्जियम लाइट, कोलकाता के हावड़ा ब्रिज में इस्तेमाल हुए स्टील से यहां की बीम बनी हुई है. इटली के पंखे और कई सारे टाटा घराना से जुड़ी हुई यादें इस कैफे ने आज भी संजो कर रखा गया है.
यहां लोगों के लिए कई सारे मनोरंजन की चीजें हैं. जैसे किताबें हैं. टेबल गेम और स्टैंड अप कॉमेडी और पेंटिंग के लिए एक सेपरेट सेक्शन भी बनाई गई है. जहां समय-समय पर अलग-अलग प्रोग्राम होते रहती है. इस कैफे में लोग स्पेशल पास्ता , रेलवे स्टाइल कटलेट, पिज्जा, बर्गर, चिकन चीज़ सैंडविच, कॉफी, मिल्क शेक और चाय पीना खूब पसंद करते हैं.
कैफे का समय
लोकल 18 को बताते हुए जर्मनी से आई धुरबा और उनके परिवार ने बताया कि जब भी जमशेदपुर आती है तो एक बार जरूर कैफे रीगल में इनका स्पेशल रेलवे स्टाइल कटलेट और सैंडविच खाना पसंद करती है. यह कैफे सुबह के 10:00 बजे से लेकर रात के 10:00 बजे तक लोगों के लिए खुला रहता है. आप स्विगि और जोमैटो से भी इनका लजीज खाना ऑर्डर कर सकते हैं.
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Tags: Food, Food 18, Jamshedpur news, Jharkhand news, Local18
FIRST PUBLISHED : August 11, 2023, 21:07 IST
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